जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख स्कूलों व आंगनबाड़ियों में पाइप से पानी मुहैया करवाया जाएगा। इनमें 1,02,361 प्राइमरी स्कूल व 63,472 आंगनबाड़ी शामिल हैं। इन सभी के परिसर तक पाइप पेयजल पहुंचाया जाएगा। जिन प्राइमरी स्कूलों के परिसर में आंगनबाड़ी केन्द्र हैं वहां स्कूल के तहत ही योजना चलाई जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल जीवन मिशन 100 दिन योजना शुरू की है। इसका मकसद पूरे प्रदेश में पानी को पाइप लाइन से पहुंचाना है। अभी तक प्राइमरी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में इसके लिए बजट नहीं दिया जाता है। कई वर्षों से बेसिक शिक्षा विभाग इसके लिए प्रयास कर रहा है लेकिन अभी तक इस मद में धनराशि नहीं दी गई। अब जल जीवन मिशन के तहत स्कूलों तक पानी पहुंचाया जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने 1,21,280 स्कूलों की सूची उपलब्ध कराई थी। इनमें से 19408 स्कूलों में पाइप पेयजल पहुंच चुका है। प्रदेश में कुल 189204 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं। इनमें 16920 केन्द्र किराए के भवन में संचालित हैं। वहीं 1,08,812 केन्द्र प्राइमरी स्कूलों के परिसर में स्थित हैं। इनमें प्राइमरी स्कूलों में योजना के तहत ही आच्छादित किया जाएगा। लिहाजा अब 63472 केन्द्रों में नल से जल मुहैया करवाया जाएगा।
योजना के तहत 40 हजार रुपये प्रति केन्द्र या स्कूल का बजट रखा गया है। इसका नोडल विभाग लघु सिंचाई विभाग को बनाया गया है। वहीं काम का जिम्मा राज्य पेयजल व स्वच्छता मिशन को सौंपा गया है।