गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों में नए सत्र स कक्षा एक में लागू हो रहीं एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ाने के लिए विभाग अपने सबसे योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों की मदद लेगा। शिक्षकों को पहले प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण की जिम्मेदारी शासन स्तर से डायट को सौंप दी गई है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी डायट प्राचार्यों को शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दे दिए हैं। योजना के मुताबिक पहले ब्लाक संदर्भवाताओं को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद विकास खंड ER पर 25-25 शिक्षकों के बैच बनाकर 18 जनवरी से 31 मार्च तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।हर बैच का छह दिन का प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण माडयूल के अनुसार हांगा। प्रशिक्षण 31 मार्च तक पूरा कर लेना है, ताकि अप्रैल में नया सत्र शुरू होने पर उसी के अनुसार पढ़ाई हो सके।
अगली कक्षाओं में लागू होगा पादयक्रम
सत्र 2020-21 में पहली कक्षा के बाद धीरे-धीरे अगली कक्षाओं में भी एनसीईआरटी का पाद्यक्रम लागू किया जाएगा। 2025 तक कक्षा एक से आठ तक की सभी कक्षाओं में इस पाद्यक्रम के लागू करने की विभाग की योजना है।
परिषदीय स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों को समय समय पर डायट में प्रशिक्षण दिया जाता है | इस प्रशिक्षण के लिए भी महानिदेशक स्कूल शिक्षा का निर्देश प्राप्त हो चुका है। प्रत्येक विकास खंड से चार शिक्षकों का चयन किया गया है | शिक्षकों का ब्योरा शासन को भेजा जाएगा | निर्धारित तिथि के तहत प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। डा.भूऐंद्र कुमार सिंह, प्राचार्य, डायट