नोएडा। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत जल्द ही जिले के कॉलेजों में कई परिवर्तन देखने को मिलेंगे। अब स्नातक और परास्नातक कोर्स में कुछ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को जोड़ा जाएगा, जो रोजगारपरक शिक्षा पर आधारित होंगे। इसमें विद्यार्थियों को अपने सामान्य पाठ्यक्रम के साथ ही अलग-अलग कौशल सीखने का मौका मिलेगा। इसके लिए छात्रों को कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं देय होगा। यह परिवर्तन इसी सत्र से लागू होंगे। ऐसे में नई शिक्षा नीति नए रोजगार के अवसर दिलाएगी।
क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी प्रो. राजीव गुप्ता ने बताया कि नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए टास्क फोर्स गठित की गई थी। इससे शिक्षा विभाग को कई सुझाव मिले हैं। इन्हें धीरे-धीरे इसी सत्र से लागू किया जा रहा है। इस साल से हर महाविद्यालय में दो कौशल विकास कार्यक्रम अनिवार्य होंगे, जो विद्यार्थियों को इंडस्ट्री से जोड़ने और रोजगार दिलाने में सहायक होंगे। सरकारी महाविद्यालयों के साथ ही अन्य सरकारी और गैरसरकारी शैक्षणिक संस्थानों के पाठ्यक्रम में भी रोजगारपरक शिक्षा का समावेश इसी सत्र से नजर आएगा शिक्षा सिर्फ डिग्री पाने नहीं बल्कि काबिल बनने का मौका दे, युवा कौशल से सक्षम हो, यही बदलावों का मकसद है। यदि कोई विद्यार्थी अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ देता है तो उसके लिए भी कुछ नए विकल्प जोड़े गए हैं। अब उसे उतने साल जिनकी पढ़ाई उसने की है उससे जुड़े सर्टिफिकेट या डिप्लोमा देकर उनकी जानकारी का सही इस्तेमाल करने योग्य बनाया जाएगा।