एटा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अपनी पंचायत में समायोजन नहीं हो पा रहा। जिसके चलते उन्हें दूसरे गांव में काम करने के लिए भागदौड़ करनी पड़ रही है।
महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती अंतिम बार साल 2010 में हुई थी। इसके बाद से अभी तक भर्ती नहीं हुई है। साल 2010 के बाद से अब तक कई ऐसी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं जिन्हें अपनी ग्राम पंचायत को छोड़ किसी अन्य ग्राम पंचायत में काम करना पड़ रहा है। जिले में कुल 1465 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता में से करीब पांच सौ ऐसी हैं जिन्हें दूसरी ग्राम पंचायत या मजरे में काम करना पड़ रहा है। कारण इनकी नियुक्ति तो इनकी ही ग्राम पंचायत में की गई लेकिन विवाह के बाद इनकी ग्राम पंचायत नहीं बदली गई। ऐसी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का समायोजन न होने की वजह से इन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। संवाद