बरेली। कंपोजिट स्कूल सिथरा नवाबगंज की इंचार्ज अध्यापिका रीता मलिक ने बृहस्पतिवार को बीएसए विनय कुमार को प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि वह एक अक्तूबर से 16 नवंबर तक 47 दिनों के बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर थीं। इसके बाद भी उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गई। रीता मलिक ने शोषण का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
रीता मलिक ने बताया, वह जिस समय अवकाश पर थीं, उसी दौरान बीएसए ने स्कूल का निरीक्षण किया। स्कूल में मौजूद स्टाफ ने पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या कम बता दी। स्कूल की रंगाई पुताई, पेयजल व्यवस्था के बारे में भी भ्रामक जानकारी दे दी। लिहाजा उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गई।
शिक्षिका ने बीएसए को दिए प्रार्थना पत्र में पूछा है कि जब वह अवकाश पर थीं तो उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि क्यों दी गई, जबकि अवकाश के दौरान जिस पर चार्ज था उसकी जिम्मेदारी होनी चाहिए।
शिक्षिका का कहना है कि वह इस संबंध में डीएम से भी मिलने गईं थीं, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। इस संबंध में बीएसए विनय कुमार ने बताया कि उन्हें प्रार्थना पत्र मिल गया है। वह शिक्षिका के आरोपों की जांच करेंगे।