बीएसए ने दिए थे ऑपरेशन कायाकल्प योजना में धनराशि खर्च करने के निर्देश
सुल्तानपुर जिले के 2064 परिषदीय विद्यालयों में वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पूर्व कंपोजिट ग्रांट के 7.79 करोड़ रुपये खर्च करने की आपाधापी मची है। बीएसए ने विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखकर ऑपरेशन कायाकल्प योजना के अधूरे कार्यों को पूर्ण कराने में धनराशि खर्च करने का निर्देश दिया था।
2064 परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों उच्च प्राथमिक विद्यालयों व कंपोजिट विद्यालयों में सात करोड़ 79 लाख 25 हजार रुपये प्रबंध समिति के खातों में भेजे गए थे। कंपोजिट ग्रांट के रूप में शासन से मिली धनराशि का 50 फीसदी पैसा पहली किस्त में भेजा गया था। दूसरी किस्त में शेष 50 फीसदी धनराशि भी स्कूलों को भेज दी गई है। छात्र संख्या के हिसाब से विद्यालयों को धनराशि आवंटित हुई है। एक से 30 छात्र संख्या वाले विद्यालय को 10 हजार, 31 से
100 छात्र संख्या वाले विद्यालय को 25 हजार, 101 से 250 छात्र संख्या वाले विद्यालय को 50 हजार व 251 से 1000 छात्र संख्या वाले विद्यालय को 75 हजार रुपये भेजे गए थे। 31 मार्च को वित्तीय वर्ष समाप्त हो रहा है। कंपोजिट ग्रांट में मिले रुपये इस अवधि के पूर्व ही खर्च होने हैं।
बीएसए दीवान सिंह यादव ने सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखा है और उनके यहां ऑपरेशन कायाकल्प योजना में छूटे हुए कामों का जिक्र करते हुए इस धनराशि से पूर्ण कराने का निर्देश दिया है। बीएसए ने कहा है कि खंड शिक्षाधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्र के विद्यालयों में यह सुनिश्चित करें कि कंपोजिट ग्रांट से मिली धनराशि का सदुपयोग ऑपरेशन कायाकल्प योजना में हो।
ऑपरेशन कायाकल्प के 19 बिंदु
ऑपरेशन कायाकल्प योजना के 10 बिंदु निर्धारित किए गए हैं। इसमें शुद्ध व सुरक्षित पेयजल, बालक/बालिकाओं के लिए अलग-अलग प्रसाधन की व्यवस्था, प्रसाधनों में नल जल आपूर्ति, प्रसाधनों का टाइलीकरण, दिव्यांग सार्वजनिक शौचालय हैंडवॉशिंग पूनिट, कक्षा कक्षों की फर्श का टाइलीकरण ब्लैकबोर्ड को स्थापना, रसोई घर विद्यालय की समुचित रंगाई-पुताई, दिव्यांग सुलभ रैंप व रेलिंग, कक्षाकक्ष में रंग व विद्युत उपकरण की स्थापना, विद्यालयका विद्युत संयोजन, बालक-बालिका के लिए अलग-अलग यूरिनल, फर्नीचर, टोटी रनिंग वाटर गेट सहित चारदीवारी का निर्माण शामिल है। सभी 19 बिंदुओं पर ज्यादातर विद्यालयों में काम होना अभी बाकी है।