शिक्षकों को शिक्षण कार्य के लिए प्रेरित करेंगे मूल्यांकन प्रकोष्ठ
अमृत विचार: बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को गति देने के लिए अब सभी जिलों के डायट संस्थानों में मूल्यांकन प्रकोष्ठ का गठन किया जायेगा |
इस संबंध में शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभाग की ओर से शैक्षिक गतिविधियों को चलाया जा रहा है। लेकिन लक्ष्य तेजी से पूरा हो सके इसके लिए रफ्तार नहीं मिल पा रही है। विभाग ने भी माना है कि इसमें शिक्षकों का अहम रोल है।
विद्यालयों की अकादमिक गतिविधियों में कई बार शिथिलता और समय सारिणी का सही पालन नहीं होने के चलते बच्चों के शैक्षिक स्तर पर बहुत असर पड़ रहा है। जिसके चलते सभी जिलों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में मूल्यांकन प्रकोष्ठ गठन करने का निर्णय लिया गया है।
एक प्रकोष्ठ में होंगे पांच सदस्य
डायट स्तर पर डायट प्राचार्य, वरिष्ठ प्रवक्ता, दो प्रवक्ता जिसमें 1 पुरुष व 1 महिला प्रवक्ता एवं तकनीकी सहायक एक साथ मिलकर एक टीम के रूप में कार्य करेंगे। मूल्यांकन प्रकोष्ठ टीम द्वारा अपने जनपद के सभी ब्लॉक के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय, कम्पोजिट विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में से प्रत्येक कार्यदिवसों में कम से कम 10 विद्यालयों का चयन करते हुए वीडियो काल से निगरानी करेंगे और जरूरत पड़ने पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
आगे की रणनीति भी बनाएंगे प्रकोष्ठ
डायट स्तर पर गठित प्रकोष्ठ किसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक द्वारा तीन बार अलग-अलग कार्यदिवसों में वीडियो कॉल व वॉइस कॉल रिसीव न की जाये, तो ऐसे विद्यालयों के शिक्षकों के सम्बन्ध में डायट में होने वाली मासिक समीक्षा बैठक में चर्चा की जाये। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी। डायट की समीक्षा बैठक में मूल्यांकन प्रकोष्ठ के लिए आगे की रणनीति कार्ययोजना तैयार की जाये। मूल्यांकन प्रकोष्ठ का गठन किये जाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करना होगा।