हमीरपुर/गहरौली। परिषदीय विद्यालयों में कराई जा रही अर्द्ध वार्षिक परीक्षा मजाक बनी है। प्रश्नपत्रों व उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था न किए जाने से ज्यादातर विद्यालयों में जुगाड़कर परीक्षा कराई जा रही है। प्रश्नपत्रों के अभाव में कहीं ब्लैकबोर्ड में प्रश्न लिख बच्चों से हल कराए गए। वहीं ज्यादातर विद्यालयों में छात्र स्वयं उत्तर पुस्तिका ला रहे है। जिसका बजट बाद में गुरुजी को मिलेगा।
शासन द्वारा प्रधानाध्यापक स्तर पर प्रश्नपत्र तैयार करा उत्तरपुस्तिकाओं की व्यवस्था करा अर्द्धवार्षिक परीक्षा कराने के निर्देश दिए गए। जिसके क्रम में बीते चार नवंबर से जिले में परिषदीय विद्यालयों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा कराई जा रही है। मंगलवार को प्रथम पाली में कक्षा तीन की हिंदी व चार से आठ तक की सामाजिक विषय की परीक्षा कराई गई। पेश है विद्यालयों की पड़ताल
कुछेछा स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय
विद्यालय में दोपहर 12:41 बजे दो शिक्षिकाएं भोजन करती मिली। बच्चे परीक्षा देते नजर आए। बच्चे ब्लैकबोर्ड पर लिखे प्रश्नों का उत्तर लिखते दिखे। इंचार्ज प्रधानाध्यापिका मीनाक्षी सिंह ने बताया कि प्रथम पाली में कक्षा तीन से पांच वालों की परीक्षा है। प्रश्नपत्र प्राप्त नहीं हुए है। वहीं उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था उन्होंने कराकर बच्चों को दी है। प्रश्न पत्रों केे छपने की व्यवस्था नहीं हुई है। बताया कि प्रत्येक विषय का 30 नंबर का पूर्णांक है।
इंग्लिश मीडियम विद्यालय गौरा
इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रथम पाली में कक्षा चार से आठ तक सामाजिक विषय की परीक्षा संपन्न कराई गई। हालांकि पूरी तैयारी न होने के कारण प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाएं विद्यालयों को प्राप्त नहीं हो सकी। जिस पर प्रधानाध्यापक द्वारा प्रश्न पत्र व कापी खरीद कर परीक्षा संपन्न कराई।
बीएसए आलोक सिंह ने बताया कि सभी प्रधानाध्यापकों को प्रश्नपत्र तैयार करा उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए थे। बजट आने पर उन्हें दिया जाएगा। कहीं भी बच्चों को स्वयं उत्तर पुस्तिका लाने को नहीं कहा गया।

