जागरण संवाददाता, पटना : शिक्षाविभाग के पदाधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण करने से पहले बच्चों को पढ़ाई जाने वाले किताबों का अध्ययन करना होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने जिले के सभी पदाधिकारियों को किताबों ज्ञान रखना अनिवार्य कर दिया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि शिक्षा से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को बच्चों को पढ़ाई जानी किताबों का ज्ञान रखना चाहिए। पहले विभाग के पदाधिकारी स्कूल का निरीक्षण कर चले आते थे। वे कक्षाओं में बच्चों से रूबरू नहीं होते थे। जुलाई 2023 से प्रतिदिन स्कूलों का निरीक्षण कार्य चल रहा है। सभी स्कूलों को संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कौन शिक्षक पढ़ा रहे या नहीं इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट भी
देखी जा रही है। सभी शिक्षकों का
कक्षा लेना अनिवार्य है। इस बीच
अगर पदाधिकारी स्कूल का निरीक्षण
करने जाते हैं तो उन्हें देखना होगा
कि सही से पढ़ाई हो रही या नहीं
है। प्रत्येक पदाधिकारियों को निरीक्षण
से पहले कक्षा एक से 12 वीं के
किताबों का अध्ययन करने के लिए
कहा गया है। पदाधिकारी स्कूलों का
निरीक्षण करने जाते हैं वे कक्षा में
शामिल होकर कुछ समय बच्चों के
साथ बिताएंगे और देखेंगे कि कक्षा
में कौन विषय की पढ़ाई हो रही है।
वे विषय से संबंधित सवाल बच्चों
से पूछ सकते हैं। इससे पता चलेगा
कि स्कूल के शिक्षक पढ़ाई के प्रति
कितना गंभीर है। जो शिक्षक गंभीर
नहीं होंगे उन्हें चेतावनी दी जाएगी।