जिले के परिषदीय विद्यालयों में यू-डायस पोर्टल पर विद्यार्थियोंं का विवरण फीड करने में जिला फिसड्डी साबित हो रहा है। गाजीपुर प्रदेश में निचली पायदान के जिलों में पांचवें स्थान पर है।
बेहतर कार्य के चलते गौतमबुद्धनगर इसमें अव्वल है। इसको गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने खराब प्रदर्शन करने वाले पांच ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोक दिया है। जिले में 5295 परिषदीय, मान्यता प्राप्त विद्यालय एवं मदरसा संचालित हैं।
इन सभी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों, अध्यापक एवं स्कूल की प्रोफाइल नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, गांव का नाम, विद्यालय का नाम, अध्यापक का नाम, पता, जन्मतिथि आदि फीड किया जाना है, ताकि वास्तविक स्थिति का पता चल सके। साथ ही फर्जी तरीके से चल रहे स्कूलों पर अंकुश लग सके।
इसके लिए शिक्षा विभाग के यू-डायस पोर्टल पर प्रोफाइल अपलोड करना है। बावजूद इसके जिले के विद्यालयों ने स्टूडेंट प्रोफाइल नेट पर अपलोड नहीं किया है। पहली सितंबर 2023 से प्रारंभ कर इसे दो महीने के अन्दर बीते 31 अक्तूबर तक पूरा किया जाना था। इसको लेकर बीएसए की तरफ से संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को कई बार सख्त निर्देश दिया गया था।
बावजूद इसके उनकी लापरवाही के कारण इसको अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। जिले में वर्ष 2023-24 में 821221 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं जिनमें 735843 छात्र-छात्राओं की फीडिंग पूरा है जबकि 85378 छात्र-छात्राओं की फीडिंग शुरू ही नहीं हो सकी है। 10.40 प्रतिशत फीडिंग का कार्य शेष है।
खराब प्रदर्शन वाले जिलों में बलिया पहले स्थान पर
यू-डायस प्लस पर डाटा एंट्री फीडिंग में खराब प्रदर्शन वाले जिलों में नीचे के क्रम से बलिया पहले, मऊ दूसरे, कन्नौज तीसरे, आजमगढ़ चौथे, देवरिया सातवें, जौनपुर 17वें एवं मिर्जापुर 24वें स्थान पर है। इसी प्रकार चंदौली 27वें, भदोही 28वें, प्रयागराज 35वें, गोरखपुर 42, सोनभद्र 46 एवं वाराणसी 52वें स्थान पर है।