पुरानी पेंशन को लेकर सरकारी कर्मचारियों की मांग में हुई तेजी
चन्दौसी। वर्ष 2004 से सरकारी नौकरी पाए सरकारी कर्मचारियों को आजीवन पेंशन से वंचित रखा गया है। यानि सेवानिवृत्ति के उपरांत अपनी अजीविका चलाने के लिये सरकार आपको प्रति माह कुछ नहीं देगी। केवल सरकारी कर्मचारी का जितना फंड या बीमा जमा है, उसे भुगतान कर दिया जायेगा। यानि बच्चों को शादी मकान एवं पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाने के उपरांत वह ठन-ठन गोपाल हो जायेगा। बच्चे अपने परिवार की जिम्मेदारी निभायेंगे। ऐसे में सरकारी नौकरों की वृद्धावस्था काफी कष्टदायक होगी। जबकि सांसद-विधायकों
सुविधाएं दी जाती हैं परंतु सरकारी
कर्मचारी के पास वृद्धावस्था में
वोनस में विभिन्न प्रकार की
बीमारियां होंगी जो सेवाकाल के
दौरान उसके शरीर में होंगी।
इसीलिए सरकारी कर्मचारी अपने
भविष्य को देखते हुए चुनाव के
सम्पन्न होने पर पुरानी पेंशब बहाली
की मांग कर सकते हैं। वर्ष 2027
में विधानसभा चुनाव होने को हैं,
फिलहाल में लोकसभा चुनावों में
प्रदेश में हुए फेर बदल को देखते
हुए प्रदेश सरकार को पुरानी पेंशन
के मुद्दे पर गौर करना चाहिए। ऐसी
संभावना जतायी जा रही है कि
फिलहाल सरकार की नौकरी कर
रहे लोगों की पुरानी पेंशन आगामी
चनावों के बडा मद्दा बन सकती है।

