बिहारशरीफ, कार्यालय संवाददाता। बिना नौकरी 13 लोगों द्वारा एग्जाम व चुनाव ड्यूटी कराने के मामले में विधानसभा को जिला शिक्षा विभाग जवाब सौंपने की तैयारी में ही है कि 12 नये फर्जी शिक्षकों के नामों का भंडाफोड़ हो गया।
ई-शिक्षाकोश में अंकित और स्कूलों में तैनाती के आधार पर चार विद्यालयों के एचएम ने इसका खुलासा किया है। एचएम ने डीपीओ सह इस्लामपुर बीईओ राजन गिरि को आवेदन दिया है। कहा है कि ई-शिक्षाकोश में फर्जी शिक्षकों के नाम अंकित हैं। इन्हें हटाने
की प्रक्रिया शुरू की जाये। रानीपुर व गवसपुर में दो-दो, तो तेतरिया व मोजफरा में चार-चार शिक्षकों के फर्जी नाम अंकित होने की सूचना एचएम ने 3 जुलाई 2024 को दी है। जबकि, इस्लामपुर बीईओ सह डीपीओ राजन गिरि ने रविवार को बताया कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं आया है। यह भी बताया कि सेवानिवृत्त अथवा तबादला हुए शिक्षकों के नाम भूलवश अंकित रह गये होंगे। ऐसे में सहज ही समझा जा सकता है कि कार्यालय में आने वाले पत्र 18 दिन बाद भी बीईओ की जानकारी से अछूता रहता है। जबकि, ये पत्र स्कूल के जिम्मेवार पदों पर काम करने वाले एचएम द्वारा लिखा गया है। साथ ही, मामला भी गंभीर है। मध्य
विद्यालय रानीपुर के एचएम ने कहा है-'स्कूल में 10 ही शिक्षक कार्यरत हैं। जबकि, 12 शिक्षकों के नाम ई- शिक्षाकोश पोर्टल पर अंकित हैं। इनमें दो शिक्षक विद्यालय में पदस्थापित नहीं हैं यानि फर्जी हैं।' इसी तरह, गवसपुर में तैनात पांच की जगह सात के नाम अंकित हैं।
वहीं दूसरी ओर, तेतरिया में छह की जगह 10, तो मोजफरा में सात की जगह 11 के नाम पोर्टल पर अंकित हैं। हालांकि, इचहोस के एचएम ने भी आवेदन देकर दो नाम गलत चढ़े होने की सूचना दी है। लेकिन, उनमें से एक महेश प्रसाद सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जबकि, दूसरे, आशीष कुमार का तबादला मध्य विद्यालय परशुराय हो गया है। जानकारों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि जिन लोगों के नाम पहले उजागर हुए थे, उनके नाम में इनमें शामिल हो सकते हैं।

