सिटी रिपोर्टर | मोतिहारी सर्व शिक्षा अभियान के डाटा ऑपरेटर दिवेश कुमार की सेवा समाप्त कर दी गई है। दिवेश की सेवा डीएम सौरभ जोरवाल के निर्देश पर समाप्त की गई है। दिवेश सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में डेली वेजेज पर डाटा ऑपरेटर का काम कर रहा था। बताया जाता है कि डेली वेजेज डाटा ऑपरेटर की ड्यूटी सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में थी।
लेकिन, तत्कालीन डीईओ ने उसे अपने कार्यालय में रखा था। तब से वह उसी कार्यालय में कार्य कर रहा था। जिले के स्कूलों में मिड डे मिल की थाली व बेंच डेस्क की खरीदारी में उसकी महती भूमिका थी। उसके अनुशंसा पर ही थाली, बेंच डेस्सी की फैब चयन होता था। उसने पत्नी-भाई-पिता व अपने खास लोगों के नाम पर पांच फर्म बना लिया और करोड़ों का खेल खेलने लगा। दिवेश के पिता के नाम पर संचालित एजेंसी आरके इंटरप्राइजेज के नाम पर बेंच डेस्क की बिना आपूर्ति के ही 46 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया था। इसके अलावे शिक्षा विभाग ने उसके सहयोगी फॉर्म के नाम पर 44 लाख, 49 लाख 25 हजार रुपए का अग्रिम भुगतान 31 मार्च 2024 को किया है। जबकि बिना विपत्रों की प्रस्तुति के सरकारी खाते से किसी भी राशि की निकासी नहीं की जा सकती है।
डीडीसी से जांच कराने के लिए मांग की गई थी
जून 2024 में अशोक ठाकुर ने डीडीसी को आवेदन दिया था। जिसमें आरोप लगाया था दिवेश कुमार बड़े पैमाने पर संवेदक का काम कर रहा है। जिसके बाद जांच शुरू हुई। प्रारंभिक जांच में उससे संबंधित जेजे इंटरप्राइजेज, आरके एंटरप्राइजेज और यूएन इंटरप्राइजेज का नाम सामने आया है। ये तीनों फर्म इनके पिता, पत्नी एवं भाई के नाम पर है।
प्रभारी मंत्री की बैठक में विधायक ने मुद्दा उठाया था
पिछले दिनों जिले के प्रभारी मंत्री सह शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें ढाका विधायक पवन जायसवाल सहित अन्य विधायकों ने जिले के सरकारी स्कूलों में मोतिहारी मानक के विपरीत बेंच डेस्क की आपूर्ति का आरोप लगाने के साथ जांच की मांग की थी। जिसे शिक्षा मंत्री ने गंभीरता से लिया था।

