छपरा, नगर प्रतिनिधि। बीपीएससी की ओर से आयोजित यह परीक्षा रविवार को भी एक पाली में ली गयी। बड़े पैमाने पर बिहार में दुबारा निकली शिक्षक भर्ती परीक्षा से दूसरे प्रदेश के लोगों के नजरिया में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिला। शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में यूपी और दिल्ली समेत अन्य राज्यों से काफी संख्या में परीक्षार्थी बिहार आए हुए हैं।
यूपी के बलिया से अपने पति अमित के साथ परीक्षा देने आयी सुरभि ने बताया कि उसने सीटेट और एसटेट की है। बिहार में व्यापक पैमाने पर शिक्षक नियुक्ति की रिक्तियां देख बहुत खुशी हुई, जिसमें हमें शामिल होने का मौका मिला। सुरभि के साथ उनकी दो सभी बहन सोनी व ममता भी सीटेट और डीएलएड पास कर बिहार में शिक्षक बनने के लिए भाग्य आजमा रही हैं। मोनिका ने बताया कि यूपी से ज्यादा बिहार में रोजगार है। समीक्षा जो कि बरेली की रहने वाली है, उसने कहा कि बिहार में काफी बदलाव है।
अयोध्या की रहनेवाली सुषमा सिंह एमएससी के साथ बीटीसी व सीटेट और यूपी टेट की है। कोलकाता की रहने वाली गुड़िया ने भी परीक्षा बेहतर होने की बात कही है। बनारस के रहने वाले संजय ने भी बिहार में शिक्षक बन जाने की उम्मीद जताई है। बनारस के आनंद प्रताप सिंह भी यूपी टेट और सीसेट पास कर बिहार सरकार द्वारा निकाली गयी रिक्तियों का लाभ हम उठाने का प्रयास कर रहे हैं। 2018 से यूपी में रिक्तियां नहीं आयी हैं। जिला कंट्रोल रूम के मुताबिक करीब एक चौथाई परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए।

