परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने से जिम्मेदार कतरा रहे हैं। बार-बार पत्र लिखने के बावजूद जिलों से इसकी ढंग से जानकारी नहीं दी जा रही है।
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हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाए जाने का मकसद निरीक्षण के दौरान अधिकारी विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के बारे में जानकारी आसानी से ले सकें। वहीं अभिभावक व अन्य लोगों को इनकी उपलब्धियों के बारे में जान सकें।
विद्यालयों को भेजी गई धनराशि
अब स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से इन सभी विद्यालयों से हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने के बारे में जानकारी मांगी गई है। प्रति शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक 150-150 रुपये की धनराशि हर विद्यालय को भेजी गई थी।
फोटो फ्रेम क्यों लगवाया जा रहा?
हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगे होने से विद्यालय के स्टाफ की आसानी से पहचान की जा सकती है। खासकर निरीक्षण के समय कौन उपस्थित है और कौन अनुपस्थित है। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से इसके बारे में ब्योरा मांगा गया है। धन भेजे जाने के सात महीने बीतने के बावजूद शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।