Primary Ka Master Latest Updates👇

Wednesday, April 9, 2025

बदले जाएंगे सिम कार्ड, लगेगी लंबी लाइन, सरकार कर रही बड़ी तैयारी!

 बदले जाएंगे सिम कार्ड, लगेगी लंबी लाइन, सरकार कर रही बड़ी तैयारी!

दिल्ली, भारत सरकार मोबाइल फोन में उपयोग हो रहे पुराने सिम कार्ड्स को बदलने पर विचार कर रही है. यह कदम देश की प्रमुख साइबर सुरक्षा एजेंसी द्वारा की गई एक जांच के बाद सामने आया है, जिसमें यह खुलासा हुआ कि कुछ सिम कार्ड्स में प्रयुक्त चिपसेट्स चीन से आए थे. यह जांच राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक (एनसीएससी) और गृह मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी, जिसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उठीं. 


अब सरकार इस मुद्दे पर विभिन्न पहलुओं की समीक्षा कर रही है और पुराने सिम कार्ड्स को बदलने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. एनसीएससी ने देश के प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटर्स जैसे रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के वरिष्ठ अधिकारियों और दूरसंचार मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इस बैठक में सिम कार्ड आपूर्ति प्रक्रिया की खामियों और पुराने सिम कार्ड्स को बदलने के लिए एक रूपरेखा पर चर्चा की गई. 


पिछले कुछ वर्षों में भारत ने हुआवेई और जेडटीई जैसे चीनी उपकरण निर्माताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. अब राष्ट्रीय सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए सरकार ने नियम बनाया है कि देश में किसी भी प्रकार के टेलीकॉम उपकरण के आयात, बिक्री या उपयोग से पहले उनकी अनिवार्य टेस्टिंग और प्रमाणन किया जाएगा. यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि जो भी टेलीकॉम उपकरण भारत में उपयोग किए जाएं, वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, प्रदर्शन और गुणवत्ता मानकों पर खरे उतरें. आम तौर पर

टेलीकॉम कंपनियां सर्टिफाइड वेंडर्स से सिम कार्ड्स मंगवाती हैं. ये वेंडर्स चिप्स को विश्वसनीय स्रोतों जैसे वियतनाम या ताइवान से मंगवाकर भारत में ही उन्हें असेंबल, पैकेजिंग और सीरियलाइजेशन करते हैं, लेकिन जांच में सामने आया कि कुछ वेंडर्स ने ट्रस्टेड सोर्स सर्टिफिकेशन का दुरुपयोग किया.

2021 में किया था सर्विस लाइसेंस में संशोधन

पहले उन्होंने यह दर्शाया कि उनके द्वारा उपयोग किए गए चिप्स विश्वसनीय स्रोतों से आए हैं, लेकिन बाद में पता चला कि कुछ चिप्स वास्तव में चीन से मंगवाए गए थे. मार्च 2021 में दूरसंचार विभाग ने यूनिफाइड एक्सेस सर्विस लाइसेंस में संशोधन किया था, जिसमें कहा गया था कि टेलीकॉम कंपनियां किसी अविश्वसनीय वेंडर से उपकरण नहीं खरीद सकेंगी. एनसीएससी को यह जिम्मेदारी दी गई कि वह केवल विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं को ही मंजूरी देगा, लेकिन जांच में पाया गया कि कुछ वेंडर्स ने इस प्रणाली का भी दुरुपयोग किया और उनके द्वारा आपूर्ति किए गए चिप्स में चीनी घटक शामिल थे. इसलिए प्रभावित सिम कार्डस 2021 से पहले और बाद के समय दोनों से जुड़े हो सकते हैं.


सिम कार्ड के तीन प्रकार होते हैं -

■ मानक सिम कार्ड का आकार 25x15 मिमी होता है.

■ माइक्रो सिम कार्ड का आकार 15x12 मिमी होता है.


■ नैनो सिम कार्ड का आकार 12.3×8.8 मिमी होता है.

बदले जाएंगे सिम कार्ड, लगेगी लंबी लाइन, सरकार कर रही बड़ी तैयारी! Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Huebhdhdj

Social media link