अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने नारेबाजी करने के बाद एसीएम प्रथम को ज्ञापन सौंपा। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला अध्यक्ष चंद्रदीप सिंह यादव ने कहा कि टीईटी अनिवार्य होने से प्रदेश में 2011 से पूर्व नियुक्त वैध शिक्षकों की नौकरी भी असुरक्षित हो गई है।
सरकार से अनुरोध है कि यह आदेश वापस लिया जाए। इस अवसर पर संघ के आदित्य द्विवेदी, अंबरीश शुक्ला, मो. शाहिद, राहुल मिश्रा समेत कई शिक्षक उपस्थित रहे