तकनीकी अनुदेशक 56 जिलों में नियुक्त नहीं
समग्र शिक्षा के लर्निंग बाय डूइंग कार्यक्रम में साल भर बाद भी 56 जिलों में तकनीकी अनुदेशकों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। यह स्थिति तब है जबकि सरकार ने अप्रैल 2024 में ही तकनीकी अनुदेशकों के 2274 पदों पर नियुक्ति की स्वीकृति दे दी थी। नियुक्ति प्रक्रिया में किसी प्रकार का अवरोध न आए और यह तय समय सीमा के भीतर पूरा हो जाए इसके लिए शासन की ओर से 26 जुलाई 2024 को सभी जिलों में वहां के डीएम की अध्यक्षता में एक समिति भी गठित कर दी गई। हैरत यह कि सवा साल बीतने के बाद भी राज्य के 75 जिलों में से 56 जिलों में आज तक नियुक्ति प्रक्रिया तक शुरू नहीं हो सकी है। पिछले सप्ताह बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने जब समग्र शिक्षा के तहत संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की तो
तकनीकी अनुदेशकों की नियुक्तियों में हो रहे विलम्ब पर कड़ा ऐतराज जताया और कहा कि यह न सिर्फ लापरवाही है बल्कि अनुशासनहीनता भी है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार विभागीय
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी। श्री शर्मा ने तकनीकी अनुदेशकों की नियुक्ति प्रक्रिया को शीघ्र शुरू कर उसे पूरा करने के भी निर्देश दिए हैं।
इन जिलों में तकनीकी अनुदेशकों की नहीं हो पाई नियुक्ति
अलीगढ़, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, औरैय्या, अमरोहा, इटावा, उन्नाव, एटा, कौशाम्बी, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, कासगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, चन्दौली, जालौन, जौनपुर, चित्रकूट, बिजनौर, बरेली, भदोही, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, अयोध्या, फतेहपुर, प्रतापगढ़, पीलीभीत, मुरादाबाद, रायबरेली, सुलतानपुर, मेरठ, सम्भल, ललितपुर, सोनभद्र, श्रावस्ती, मुजफ्फरनगर, महाराजगंज, मिर्जापुर, रामपुर, संत कबीर नगर, बदायूं, बागपत, प्रयागराज, महोबा, मैनपुरी, शाहजहांपुर, सिद्धार्थनगर, शामली, हमीरपुर, हाथरस, हापुड़ एवं वाराणसी जिले में अभी तक तकनीकी अनुदेशकों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। गत वर्ष से स्कूलों में स्मार्ट क्लास की संख्या में काफी इजाफा किया गया है, फलस्वरूप उसमें तकनीकी अनुदेशकों की नियुक्तियां शुरू की गई थी।

