BLO को SIR सत्यापन में सबसे ज्यादा चुनौती लव मैरिज करके आई बहुओं से—संपर्क में कमी की वजह से हो रही परेशानी
वोटर सूची के गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के दौरान बूथ स्तर अधिकारी (BLO) को सबसे अधिक दिक्कत लव मैरिज करके ससुराल आई बहुओं से हो रही है। अधिकारियों के अनुसार, इन बहुओं से डिटेल मांगने पर वे बताती हैं कि उनके और अपने ससुराल पक्ष के अभिभावकों के बीच बोलचाल तक बंद है, जिससे सत्यापन की प्रक्रिया अटकी हुई है।
शादी के बाद ससुराल में नाम जुड़वाने के लिए मायके वाले वोटर आईडी और अन्य जमीनी रिकॉर्ड की जरूरत पड़ती है। लेकिन जब मायके पक्ष से जानकारी या EPIC नंबर न मिलने की स्थिति बनती है, तो BLO सत्यापन में अड़चन महसूस करते हैं। कई बार पत्नी और सास-ससुर के बीच संवादहीनता के कारण आवश्यक दस्तावेज मुहैया नहीं हो पाते।
BLO घर-घर जाकर फॉर्म भर रहे हैं और जागरूकता फैला रहे हैं, पर नवविवाहित महिलाएं विशेष रूप से भ्रमित हैं और फॉर्म भरने या डिटेल साझा करने में हिचकिचाती हैं। अधिकारियों ने कहा है कि बिना सही जानकारी के नाम वोटर लिस्ट में जुड़ने में देरी हो रही है और यह चुनावी प्रक्रिया पर भी असर डालती है।
इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा है कि वे नवविवाहित महिलाओं को बेहतर मार्गदर्शन और परामर्श दे ताकि घरेलू तनाव के बावजूद सत्यापन सुचारू रूप से पूरा किया जा सके, जिससे उनकी वोटर पहचान सुनिश्चित हो जाए।
यह स्थिति न केवल सरकारी कर्मियों बल्कि आम जनता में भी चिंता का विषय बन रही है, क्योंकि वोटर सूची में नाम दर्ज न होने का असर वोटिंग अधिकारों पर पड़ सकता है। इसलिए सुसंगत और पारदर्शी संवाद स्थापित करने की आवश्यकता है जिससे इस प्रक्रिया में आने वाली बाधाएं जल्दी समाप्त हों।
यह खबर SIR सत्यापन में स्थानीय स्तर पर सामने आ रही चुनौतियों में लव मैरिज से आई बहुओं की भूमिका पर प्रकाश डालती है

