उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालय के छात्रों व बेसिक शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के सम्बन्ध में ज्ञापन जारी किया गया -
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रण अधीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकनिरंतर उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा को नित नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रयासरत हैं।वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षक लगाता स्वयं के प्रयासों एवं सामुदायिक सहयोग के विद्यालयों की तस्वीर बदलने का कार्य कर रहे हैं। संसाधनों के अभाव के बावजूद हजारों से छुपा द्वारा अपने विद्यालय को अत्यंत ही सुंदर व आकर्षक बनाया जा चुका है।पूरे प्रदेश में शिक्षकों द्वारा अपने विद्यालय को आदर्श एवं आकर्षक बनाए जाने की प्रतिस्पर्धा चल रही है। प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर जो भी उत्तरदायित्व दिए जाते हैं उनका निर्वहन करने में शिक्षक प्राण प्रण से लगे हैं परंतु उसके उपरांत भीनिरंतर प्रदेशभर के बेसिक शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के प्रति विभागीय अधिकारियों की संवेदन शून्यता बनी हुई है।
बेसिक शिक्षकों की निम्नलिखित समस्याओं का निराकरण कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाने की कृपा करें-
1- उत्तर प्रदेश में 1 अप्रैल 2005 से पूर्व लागू पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए।
2- प्रदेशभर में एक लाख 58 हजार 914 बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में से एक लाख 27 हजार विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद समाप्त कर दिए गए हैं जिससे परिषदीय शिक्षकों की पदोन्नति के अवसर समाप्त हो गए हैं ।अतः प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक का पद बहाल किया जाए।
3- उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में न्यूनतम 5 सहायक अध्यापक तथा एक प्रधानाध्यापक एवं प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालय में न्यूनतम 3 सहायक अध्यापक व एक प्रधानाध्यापक की संख्या के आधार पर शीघ्र ही शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।