मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा स्कूलों में पढ़ाई पर 14 अप्रैल के बाद फैसला लिया जाएगा-
मानवसंसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने रविवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस से बढ़ते मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 14 अप्रैल को स्थिति देखते हुए विद्यालय खुलेंगे या नहीं खुलेंगे इसका निर्णय सरकार लेगी। उन्होंने एक प्रेस में कहा कि अध्यापकों और छात्रों की सुरक्षा सबसे ऊपर है। परंतु छात्रों की पढ़ाई का भी ध्यान रखना है। 14 अप्रैल के बाद अगर विद्यालय नहीं खुलते हैं यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी पढ़ाई का कोई नुकसान ना हो। इस वक्त किसी किसी भी तरह का फैसला लेना अभी सही नहीं होगा। पहले स्थिति की समीक्षा की जाएगी उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा कि स्कूल खोले जा सकते हैं या नहीं।
कोरोना वायरस का असर उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों पर भी-
कोरोना वायरस का संकट यूपी के पंचायत चुनावों पर भी देखने को मिल सकता है। कोरोना वायरस के कारण यूपी के पंचायत चुनाव की तैयारियों पर असर पड़ रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने फरवरी तथा मार्च में इसकी योजना बनाई थी लेकिन वह भी फस गई है। मतपत्रों की छपाई चुनाव सामग्री आदि की आपूर्ति के लिए टेंडर भी निर्धारित नहीं किया जा सका है। अब वोटर लिस्ट े पुनः निरीक्षण के लिए नए सिरे से कार्य को क्रियान्वित करना होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो रहा है तथा 13 जनवरी को जिला पंचायत अध्यक्ष और 17 जनवरी को क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसी कारण फरवरी-मार्च में चुनाव की कार्य योजना बनाई गई थी। परंतु तैयारियां ना होने के कारण इसे अगले 6 महीने के लिए आगे बढ़ाया भी जा सकता है। आयोग के अनुसार पूरी चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए 42 दिन की आवश्यकता होगी।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा दर्जी,नाई जैसे कामगारों को ₹1000 दिए जाएंगे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। उन्होंने विश्वकर्मा सम्मान में आने वाले 15 श्रेणियों को मदद देने के लिए कहा है जिसके तहत करीब दो लाख परिवारों की मदद की जाएगी। इन 2 लाख परिवारों के खाते में ₹1000 दिया जाएगा। तथा सरकार सभी को राशन भी देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी को भोजन उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रही है।पूरे देश में रविवार को सहयोग, समर्पण की दिवाली मनाई गई
रविवार को रात 9:00 बजे 9 मिनट के लिए संकल्प और समर्पण की दिवाली मनाई गई। इसका समर्पण सदा सहयोग पुरे देश ने दिया। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 130 करोड़ देशवासियों ने अपने घरों में लाइट बुझा कर दीपक जलाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने घर की सभी लाइटें बंद करके दीपक जलाते हुए ट्विटर पर अपनी तस्वीरें साझा की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल को रात्रि 9:00 बजे 9 मिनट के लिए लाइट बुझा कर दीपक, मोमबत्ती या फिर मोबाइल की फ्लैश लाइट को जलाकर एकजुटता दिखाने को कहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस अपील को देशवासियों ने पूरा किया। इससे पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू में भी ऐसा असर दिखा था।
उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को शाम को 5:00 बजे 5 मिनट के लिए घंटी या थाली बजाकर एकजुटता दिखाने को कहा था। लोगों ने इसका समर्थन भी किया। कई लोगों ने अफवाह भी फैलाई थी कि 9:00 बजे बिजली भी चली जाएगी, परंतु ऐसा नहीं हुआ। रविवार को सभी लोगों ने यह सिद्ध कर दिया कि कोरोना की जंग में हम सभी देशवासी एक साथ हैं। इससे लड़ने के लिए सभी लोग तैयार हैं।