प्रयागराज। कोविड-19 के कारण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने मई में प्रस्तावित दो बड़ी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं, लेकिन प्रतियोगी छात्र इससे संतुष्ट नहीं हैं। उनकी मांग है कि पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा भी स्थगित की जाए। इसके लिए प्रतियोगी छात्रों ने ट्विटर पर अभियान चला रखा है। प्रतियोगियों का कहना है कि परीक्षा हुई तो छात्रों के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करना होगा, जो मौजूदा परिस्थितियों के अनुकूल नहीं है।
पीसीएस-2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पांच फरवरी से शुरू हुई थी और ऑनलाइन बावेदन सब्मिट करने की अंतिम तिथि पांच मार्च निर्धारित थी। इस दौरान छह लाख 91 हजार 173 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे, जिन्हें अब 13 जून को प्रस्तावित प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होना है।
आयोग ने पीसीएस के 400 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया किया था, जिसमें एसडीएम का कोई पद शामिल नहीं था। बाद में आयोग को 138 नए पदों का आधियाचन मिल गया और पदों की संख्या बढ़कर 538 हो गई थी। साथ ही इसमें एमडीएम के 52 पद भी शामिल कर लिए गए थे। प्रतियोगी छात्र चाहते हैं कि 13 जून को प्रस्तावित प्रारंभिक परीक्षा स्थगित कर दी जाए।
भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह की अगुवाई में छात्र रोज सुबह नौ से 10 बजे तक मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव को ट्वीट कर परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है कि तमाम प्रतियोगी छात्र या उनके करीबी रिश्तेदार कोबिड संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। कई छात्रों या उनके करीबी रिश्तेदारों की मौत भी हो गई है। ऐसे में छात्र मानसिक रूप से परेशान है और परीक्षा के लिए तैयार नहीं हैं।