वाराणसी। बेसिक शिक्षा विभाग के बाबुओं की गलती का खामियाजा 113 शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। लिपिकों द्वारा पोर्टल पर गलत फीडिंग के कारण कई शिक्षकों के वेतन में कटौती हो गई है। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देश पर मानव संपदा पोर्टल के जरिए जून से शिक्षकों को वेतन देने की शुरुआत की गई, लेकिन पहले माह ही कई त्रुटियां सामने आई हैं। शिक्षकों के वेतन में कटौती की शिकायत भी की है। कुछ शिक्षकों का एचआरए तो कुछ के डीए में कमी कर दी गई।
शिक्षकों का कहना है कि फीडिंग में लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। खंड शिक्षा अधिकारियों ने भी समय रहते इन गलतियों पर ध्यान नहीं दिया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ वाराणसी के जिलाध्यक्ष सकलदेव सिंह का कहना है कि मानव संपदा पर फीडिंग के दौरान विभागीय कर्मचारियों की त्रुटियों के चलते अब तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। इसको लेकर हमलोग ने बीएसए को पत्रक भी सौंपा है। जिसपर बीएसए ने वित्त व लेखाधिकारी से बात कर एक सप्ताह के भीतर शिक्षकों का वेतन रिलीज करने का आश्वासन दिया है। इससे पहले भी गलत फीडिंग की वजह से मई कस्तूरबा में विद्यालय में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया था। ऐसे ही अनंतजनपदीय स्थानांतरण में गलत फीडिंग की वजह से विभाग को समस्या सामना करना पड़ा था। बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि जिले में कुछ शिक्षकों के जून का वेतन नहीं मिलने की शिकायत आई है, इसको लेकर वित्त एवं लेखाधिकारी से बात की है। जल्द ही शिक्षकों को वेतन भुगतान कराया जाएगा। संवाद

