कुंदरकी (मुरादाबाद)। मैनाठेर थाना क्षेत्र के ग्राम मिलक गरेर निवासी कारपेंटर शमीम सैफी का 15 वर्षीय बेटा कादिर गांव के प्राइवेट स्कूल में कक्षा सात में पढ़ रहा था। बृहस्पतिवार को बहन ने जब स्कूल चलने के लिए कहा तो वह जाने के लिए तैयार नहीं हुआ इस दौरान बहन ने टीचर से शिकायत करने की बात कह दी तो कादिर ने फंदे पर लटक कर जान दे दी।
बृहस्पतिवार सुबह छात्र कादिर अपनी तीन बहनों और बड़े भाई के साथ घर में मौजूद था शमीम सैफी अपने बीमार पत्नी आमना का उपचार कराने के लिए डींगरपुर गांव मैं निजी अस्पताल में थे। करीब दस बजे कादिर से उसकी छोटी बहन गुलफिजा ने स्कूल चलने के लिए कहा तो वह स्कूल जाने में आनाकानी करने लगा। इस पर उसकी बहन से कहा कि मास्टर साहब से कह दूंगी कि कादिर घर
पर ही है और स्कूल नहीं आया है। यह बात सुनकर कादिर क्षुब्ध हो गया और कमरे में घुस गया। कुछ देर बाद जब बहन ने कमरे के किवाड़ खोलने का प्रयास किया तो कमरे के अंदर से कुछी लगी हुई थी। इसके बाद में अनहोनी की आशंका में कादिर के भाई-बहन से शोर मचा दिया।
शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए और दीवार की ईंटें निकाली तब कमरे के अंदर जाकर देखा तो कादिर के गले में बिजली के केबिल का फंदा था और फंदा छत के गोले के सहारे लटका था। आनन फानन उसको नीचे उतार कर डोंगरपुर के एक चिकित्सक के पास ले गए लेकिन तब तक छात्र की मौत हो चुकी थी। शव घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं शव देखने के लिए ग्रामीणों के अलावा सगे संबंधियो और रिश्तेदारों की भीड़ जुट गई। दोपहर बाद छात्र के शव को गमगीन माहौल में सुपर्द ए खाक कर दिया गया।

