शासन से 24 जुलाई तक इसे पूरा करने का दिया गया था आदेश कार्य में जिले को 30वां नंबर
सोमवार तक 636 स्कूलों ने ही तैयार किया है ब्योरा, काम पूरा कराने के बीएसए ने दिए निर्देश
जागरण संवाददाता, महोबा: क्लास मैपिंग से मतलब है कि शिक्षक किस कक्षा में कौन से घंटे पढ़ाएंगे यह तय होना है। शासन की ओर से पहले इसे 20 जुलाई तक करने का आदेश था, बाद में कई जिलों का काम काफी पिछड़ा होने से उसे बढ़ा कर 24 जुलाई कर दिया गया। उसके बाद भी महोबा जिले के परिषदीय स्कूलों में क्लास मैपिंग का काम अभी तक 46 प्रतिशत ही हो सका है। इस तरह प्रदेश में महोबा का 30वां स्थान है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों में अध्यापन कार्य में बड़ा बदलाव होता जा रहा है। परिषदीय स्कूलों में पहली बार क्लास मैपिंग की व्यवस्था प्रारंभ की गई है। कक्षाओं का संचालन इसी मैपिंग के आधार पर होगा। क्लास मैपिंग की सोमवार को अंतिम तिथि थी। इस मामले में महोबा जनपद की स्थिति बहुत ही खराब है, यहां मात्र 46 प्रतिशत स्कूलों ने ही क्लास मैपिंग की है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अजय मिश्रा ने बताया कि सोमवार तक जिले में 636 स्कूलों में ही मैपिंग रिपोर्ट तैयार की है। इसे शत प्रतिशत करने के लिए सभी प्रधानाध्यापकों को हर हाल में मैपिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। काम पूरा न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिषदीय स्कूल में पहले संबंधित विषय के शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार अध्यापन कार्य करते थे।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से बीते 10 जुलाई को जारी पत्र के अनुसार निपुण भारत के तहत निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई थी। पत्र के अनुसार बच्चों के शैक्षणिक स्तर को कक्षा के अनुरूप बनाने के लिए प्रधानाध्यापक को कक्षाएं और विषय आवंटित करनी है। इसे सुनियोजित शिक्षण कार्य कहा गया है। इसके अन्तर्गत स्कूल के शिक्षकों को कक्षावार मैपिंग उपलब्ध कराई जाएगी। किस शिक्षक को कब क्या और किस कक्षा में पढ़ाना है इसका पूरा रूट चार्ट बनेगा। जारी निर्देश के तहत इस संबंध में डीसीएफ पोर्टल विकसित किया गया है। जिस पर प्रधानाध्यापक द्वारा की गई मैपिंग को अपलोड किया जाना है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया क्लास मैपिंग के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पूर्व में ही सर्कुलर जारी कर दिया गया था, लेकिन अधिकतर प्रधानाध्यापकों ने अभी तक यह कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। उन्हें सोमवार तक अंतिम मौक प्रदान किया गया है।

