रायबरेली उमस भरी गर्मी की वजह से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे बहुत ही परेशान हो रहे हैं। गर्मी की वजह से विद्यालय में ही कोई बच्चा बेहोश हो जा रहा है तो कोई विद्यालय परिसर में ही उल्टी और दस्त कर रहा है। वहीं विद्यालयों के निरीक्षण की जिम्मेदारी निभाने वाले अधिकारी एसी में बैठकर मौज कर रहे हैं। उन्हें इस उमस भरी गर्मी में भी विद्यालयों का मौसम पूरी तरह से सुहावना लग रहा है। वहीं गर्मी की वजह से विद्यालयों में आ रही परेशानी की वजह से लगातार छात्र संख्या पर भी इसका असर पड़ रहा है। बीते कुछ दिनों से मानसून में एकदम से बदलाव आ गया है। तेज धूप होने की वजह से वातावरण में उसम बढ़ गई है। इसकी वजह से लगातार उसम भरी गर्मी पड़ रही है। लगातार उमस भरी पड़ने की वजह से विद्यालयों में स्थिति और भी खराब हो गई है।
लगातार गर्मी की वजह से क्लॉसों में बच्चों को पढ़ाना बहुत ही मुश्किल हो गया है। सुबह के समय विद्यालयों में थोड़ी बहुत राहत रहती है, लेकिन जैसे ही जैसे सूरज का पारा बढ़ता है, वैसे ही वैसे गर्मी भी बढ़ती जाती है। इसकी वजह से बच्चों को दोपहर 2 बजे तक क्लॉस में पढ़ाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। उमस भरी गर्मी की वजह से सोमवार को अमावा ब्लॉक के पूरे भुजवन गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में एक छात्र बेहोश होकर क्लॉस में ही गिर गया। बच्चे के विद्यालय में ही अचानक बेहोश होने के बाद में पूरा स्टॉफ और अन्य लोग बच्चे को संभालने में लग गए। प्रधानाध्यापक ने तत्काल में एम्बुलेंस बुलाकर बच्चे को अस्पताल भेजवाया। वहीं, उमस भरी गर्मी को वजह से परेशान होकर अमावां ब्लॉक के ही कम्पोजिट विद्यालय जरैला में कक्षा 3 में पढ़ने वाले छात्र तिलक ने क्लॉस में ही उल्टी कर ली। वहीं कक्षा 2 में पढ़ने वाले छात्र मंजीत के विद्यालय परिसर में ही दस्त छूट गए। विद्यालय स्टॉफ की तरफ से ऐसी स्थिति में अभिभावकों को बुलाकर तत्काल में इलाज के बाद घर भेजवाया गया।
अमावां ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पूरे मोहन में उमस भरी गर्मी की वजह से चार दिन पहले एक बच्चा बेहोश होकर गिर गया था। विद्यालय में इस घटना के बाद में घबराए अध्यापकों ने तत्काल में एम्बुलेंस बुलाकर सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया। बता दें जिले में अभी कुछ दिन पूर्व ही दीनशाह गौरा ब्लॉक के एक विद्यालय में बच्चे के बेहोश होने की घटना हो चुकी है। जिले के परिषदीय विद्यालयों में प्रतिदिन ऐसी ही घटनाएं हो रही है। विद्यालय में लगातार ऐसी ही घटनाएं होने की वजह से अब अभिभावक भी अपने बच्चे को इस उसम भरी गर्मी में भेजने से मना कर दे रहे हैं। इसकी वजह से । अब लगातार विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम हो रही है। वहीं जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी इस बात से परेशान है कि जिले में आखिर छात्र संख्या आखिर क्यों कम हो रही है। विद्यालयों में नामांकन के हिसाब से उपस्थिति नहीं हो पा रही है। अधिकारियों की तरफ से विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ाने के लिए धरपकड़ तेज कर दी गई है। अब अधिकारियों की तरफसे लगातार निरीक्षण किए जा रहे हैं।
विद्यालयों का समय कम करने की मांग
उमस भरी गर्मी को देखते हुए शैक्षिक संगठनों की तरफ से जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया है लेकिन जिला प्रशासन जिले में किसी अप्रिय घटना का इंतजार कर रहा है। उनकी तरफसे अभी तक विद्यालयों का समय कम करने के लिए कोई आदेश नहीं जारी किया गया है। बता दें लखीमपुर, बरेली सहित अन्य जिलों मैं उमस भरी गर्मी की वजह से लगातार हो रही दिक्कतों को देखते हुए विद्यालयों का समय कम कर दिया गया है। अब यहां पर सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे विद्यालय का समय कर दिया गया है।

