छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। सारण जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में मिड डे मील संचालन में गड़बड़ी और पैसे की बंदरबांट करने का तरीका हमेशा बदलते रहता है। एक तरफ विभागीय निर्देशों के अनुसार ग्रीष्म अवकाश में भी मिशन दक्ष के बच्चों का वर्ग संचालन हो रहा है और उन्हें मिड डे मील खिलाने का भी आदेश दिया गया है।
इस आदेश में ही कुछ प्रधानाध्यापक उपस्थिति के आंकड़ों में हेराफेरी करना शुरू कर दिए हैं। निरीक्षण के दौरान जब उनकी गड़बड़ी पकड़ी गई तो पदाधिकारी भी सख्त हो गए हैं।
चेतना सत्र व एमडीएम खिलाते बच्चों का व्हाट्सएप पर भेजें फ़ोटोः जलालपुर बीआरपी कमलेश कुमार ने एक निर्देश जारी करते हुए सभी प्रधानाध्यापकों को बताया है कि विभागीय आदेश का अनुपालन करते हुए मिशन दक्ष के बच्चों को मिड डे मील खिलाया जाना है। कुछ विद्यालय के प्रधानाध्यापक आंकड़ों की हेराफेरी करने के लिए यह कह रहे हैं कि कुछ और बच्चे मिशन दक्ष के अलावा उपस्थित हो रहे हैं। इसकी वजह से उन्हें भी भोजन खिलाना मजबूरी है। इस तरह आंकड़ों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इसलिए चेतना सत्र के दौरान एक तस्वीर और मिड डे मील खिलाने के दौरान एक तस्वीर लेकर तत्काल व्हाट्सएप के द्वारा उपलब्ध कराएं।
व्हाट्सएप पर फ़ोटो नहीं भेजने वाले
विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति मानी जायेगी शून्यः व्हाट्सएप पर फ़ोटो नहीं भेजने वाले प्रधानाध्यापकों के विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति शून्य मानी जाएगी। बीआरपी के इस निर्देश के बाद सिर्फ जलालपुर ही नहीं जिले के अन्य प्रखंडों में भी हड़कंप मच गया है। क्योंकि यह पत्र विभागीय ग्रुप में डाला गया है।
कहां जा रहा है कि आंकड़ों की हेराफेरी
को पकड़ने में यह निर्देश कारगर साबित
होगा। वैसे ग्रीष्मावकाश के दौरान जिले
भर के दस फीसदी विद्यालयों में ही
एमडीएम का संचालन हो रहा है।

