पश्चिम चंपारण: आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में बगहा चार शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। इन शिक्षकों पर संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज होगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी योगेश कुमार ने इसको लेकर बगहा दो प्रखंड के प्रखंड शिक्षा अधिकारी पदाधिकारी को पत्र जारी किया है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जारी पत्र में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी का कहना है कि बगहा दो प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पर पैकोलिया बाजार के शिक्षक संजय कुमार, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिपरा धिरौली के शिक्षक भोलानाथ यादव सहित अन्य लोगों पर आदर्श आचार संहिता का मामला बन रहा है। विभाग की ओर से कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल
अन्य शिक्षकों में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिश्रौली के शिक्षक राम विनोद पासवान एवं राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय बांसगांव के शिक्षक सुनील कुमार के द्वारा वाल्मीकि नगर के प्रत्याशी के साथ फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था। जो बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक सेवा नियमावली के उल्लंघन को दर्शाता है। ऐसे में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को उक्त चारों शिक्षकों पर संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कर एफआईआर की प्रति जिला पदाधिकारी को समर्पित करने का निर्देश दिया है।
चार शिक्षकों पर एफआईआर
इधर इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी फुदन राम का कहना है कि जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में चिन्हित चारों शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इधर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अतिरिक्त विजय कुमार ने पटखौली थाना में चारों शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराया है। ध्यान रहे कि लोकसभा चुनाव के दौरान शिक्षकों को अपने शिक्षक सेवा नियमावली का हर हाल में पालन करना है। उन्हें किसी पार्टी विशेष के लिए प्रचार प्रसार करने और सोशल मीडिया का प्रयोग करने पर उन पर प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है। इसी क्रम में इन शिक्षकों पर ये कार्रवाई हुई है।
केके पाठक की सख्ती
बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पहले ही कह चुके हैं कि कोई भी शिक्षक किसी प्रकार के संगठन और नेतागिरी वाले ग्रुप का निर्माण नहीं करेंगे। केके पाठक ने शिक्षकों के संघ और संगठन बनाने पर भी रोक लगाई है। केके पाठक के आने के बाद सोशल मीडिया पर सक्रिय शिक्षकों को भी चेतावनी जारी की गई थी। इधर, चुनाव शुरू होने के बाद आदर्श आचार संहिता का मामला भी चल रहा है। इसी क्रम में शिक्षकों की ओर से एक खास पार्टी के नेता के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। जिसके बाद शिक्षा विभाग की ओर से एक्शन लिया गया है। इसमें चार शिक्षकों को आरोपी बनाया गया है। कई शिक्षकों ने इसे तानाशाही कहा और कहा कि शिक्षकों की अपनी मर्जी है कि वो स्कूल के बाद किसके साथ रहेंगे और क्या करेंगे। शिक्षकों पर जबरन नियम थोपा जा रहा है।