शिक्षक के विद्यालय नहीं आने पर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
प्रखंड अंतर्गत बसमाता पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धावाटांड़ में शिक्षक के नहीं आने पर ग्रामीणों एवं छात्र छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। विरोध प्रदर्शन करते हुए टेको यादव, राजेश यादव पलटन यादव, अर्जुन यादव, शोभन यादव, मिठन कुमार, सेखवा देवी, मालती देवी, रेशमी देवी, रेणु, रिंकू देवी, रूबी कुमारी एवं कविता देवी सहित दर्जनों ग्रामीण एवं छात्र-छात्राओं ने कहा है कि विद्यालय में शिक्षक नहीं आते हैं। जिस कारण बच्चों का पठन-पाठन बाधित है एवं छात्र-छात्राओं को एमडीएम का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पठन-पाठन के अभाव में यहां के बच्चे इधर-उधर भटक रहे हैं। जिससे उनलोगों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
पूर्व प्रधानाध्यापक पंकज सिंह के अपहरण के बाद विद्यालय में पठन-पाठन अकसर रहता है बाधित
ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक पंकज सिंह के अपहरण के बाद विद्यालय में पठन पाठन हमेशा बाधित रहा। उनके अपहरण के बाद उन्होंने अपना प्रतिनियुक्ति बीआरसी में करवा लिया था। एक शिक्षिका थी वह भी इस घटना से भयभीत होकर विद्यालय नहीं आने लगी। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने भी अपना प्रतिनियुक्ति दूसरे विद्यालय में करवा लिया। तब से विद्यालय कई महीनों तक बंद रहा। इसके बाद ग्रामीणों के द्वारा काफो प्रयास के बाद विभाग के द्वारा एक शिक्षक कैलाश कुमार मधु का प्रतिनयुक्ति किया गया। वर्तमान में वित्तीय प्रभार भी इन्हीं के पास है। पुनः बीपीएससी द्वारा नियुक्त एक शिक्षक शिवम त्रिपाठी को विद्यालय में नियुक्ति दिया गया, लेकिन दोनों ही शिक्षक विद्यालय नहीं आते हैं.
एमडीएम का पैसा शिक्षक एवं रसोईया मिलकर गटक करने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
मध्याह्न भोजन रजिस्टर पर प्रतिदिन चल रहा है। पैसा शिक्षक एवं रसोईया मिलकर गटक कर रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि वित्तीय प्रभार में रहे शिक्षक कैलाश कुमार मधु के द्वारा रसोइयों को मिलाकर यह खेल कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में 30 से 40 घर का है और उपरोक्त घरों के सभी बच्चों का भविष्य शिक्षक के लापरवाही के कारण बर्बाद हो रहा है। इस संबंध में जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रामनंदन प्रसाद से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर शिक्षक पर कार्रवाही की जाएगी।