शिक्षिका की शिकायत अधिकारियों से करना प्रधानाध्यापक को पड़ा भारी
सुलतानपुर । भदैया ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बालमपुर के इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका संगीता सरोज के अमर्यादित आचरण की सूचना बेसिक शिक्षा अधिकारी सुलतानपुर को मेल से दिया था। उसकी जांच करने खंड शिक्षा अधिकारी भदैया उदयराज मौर्य 15 अप्रैल को विद्यालय गए थे । आरोपी संगीता सरोज ने उन्हें मिला कर उन पर प्रभाव डालकर उनसे इंचार्ज के ही विरुद्ध जांच आख्या लिखा दिया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक को 22 अप्रैल को निलंबित कर दिया। बाद में 24 अप्रैल को संगीता सरोज पर लगे आरोपों के लिए प्रथम दृश्ट्टया दोषी पाए जाने पर कार्यवाही करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुलतानपुर दीपिका चतुर्वेदी अग्रिम आदेशों वेतन रोकने का आदेश किया था। संगीता सरोज पर स्कूल देर से आने, कक्षा में बच्चों के बीच कुर्सी पर दोनों पैर रखकर आराम फरमाने, पढ़ाने के बजाय कक्षा में मोबाइल पर वीडियो देखने और सोने के आरोप हैं। बीएसए सुल्तानपुर ने खंड शिक्षा अधिकारी लंभुआ को प्रकरण में जांच अधिकारी नामित करते हुए निर्देशित किया कि विस्तृत आरोप पत्र निर्गत करते हुए सुष्पष्ट विस्तृत जांच आख्या 15 दिवस के अंदर बीएसए सुल्तानपुर के समक्ष प्रस्तुत करें जिससे प्रकरण में नियमानुसार अग्रेतर कार्यवाही की जा सके। जांच अधिकारी को संगीता सरोज और विद्यालय के अन्य दो शिक्षक गनेश और अजय विक्रम सिंह द्वारा जांच में सहयोग न करके 25 जून के बाद बच्चों की उपलब्धता के अनुसार जांच तिथि निर्धारित करने की मांग के कारण जांच में विलंब हो रहा है और लगभग दो माह बाद भी प्रकरण की जांच लंबित है। विद्यालय के निलंबित इंचार्ज प्रधानाध्यपक ने सहायक अध्यापक अजय विक्रम सिंह और संगीता सरोज की निष्पक्ष जांच कर दोषी लोगों के विरुद्ध शीघ्र कार्यवाही करने की मांग किया है। प्रकरण में दोहरी कार्यवाही को लेकर अध्यापकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।