पटना : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) वर्तमान सत्र में 12 भारतीय भाषाओं में 1,800 पाठ्य पुस्तकें तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार के अनुसार जून 2025 तक कला, विज्ञान और कामर्स संकाय से संबंधित सभी पुस्तकें शैक्षणिक सत्र 2025-26 से
ग्रेजुएशन के छात्रों को 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराई जाएगी। स्नातक स्तर की पाठ्य पुस्तकों को तैयार करने के लिए 13 नोडल विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया है। इसके लिए एसओपी भी बनाई गई है। पांच वर्षों में भारतीय भाषाओं में 22 हजार किताबें जारी की जाएंगी। बहुभाषा शब्दकोष और रियल टाइम ट्रांसलेशन आदि भी शामिल हैं। @pky

