बेटियों के उत्थान के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन, अधिकारियों की लापरवाही के कारण इसका हक उन्हें नहीं मिल पा रहा है। ताजा मामला मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का है।
इसके तहत बिहार के विभिन्न जिलों में जन्म लेने वाली 12 हजार से अधिक बेटियां इस योजना के लाभ से वंचित रह गई हैं। इनके अभिभावक संबंधित कार्यालय का चक्कर लगाते थक कर आस ही छोड़ देते हैं। सूबे के विभिन्न अस्पतालों में 1 अप्रैल से 15 जुलाई तक कुल 20361 बेटियों ने जन्म लिया। इसमें दो वर्ष की उम्र तक होने वाले सभी प्रकार के टीकाकरण 11 हजार 989 बेटियों का हुआ। लेकिन, इनका ई-जननी पोर्टल पर डेटा अपलोड नहीं किया गया। इससे इन्हें योजना का लाभ नहीं मिल सका। तिरहुत क्षेत्र के अपर निदेशक डॉ. ज्ञान शंकर ने समीक्षा में जिलाव में जिलावार डेटा जारी किया है।