गढ़पुरा, निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए सबमर्सिबल गाड़ने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके तहत स्कूल।रिसर में नल की व्यवस्था का प्रावधान है। इसके लिए एक हजार लीटर का पानी टंकी भी लगनी है। लेकिन बोरिंग गाड़े तो गए हैं पर अब तक न तो पानी टंकी लगाया गया है और ना ही नल की व्यवस्था हो पाई है।
प्राथमिक विद्यालय कुंवरटोल, प्राथमिक विद्यालय बदीया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कौड़ा, कोरियामा में बोरिंग गाड़ दिया गया है। लेकिन अब तक पेयजलापूर्ति की सुविधा बहाल नहीं हो पाई है। प्राथमिक विद्यालय बरमोतरा के प्रधान रंजीत पाठक ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले बोरिंग गाड़ी गई है। लेकिन शेष व्यवस्था अब तक नहीं हो पाया है। प्रखंड क्षेत्र में लगभग 10 स्कूलों में सबमर्सिबल बोरिंग की व्यवस्था की जा रही है। हाई स्कूल प्राणपुर हिंदी में कई माह पूर्व बोरिंग गाड़ दिय गाड़ दिया गया। लेकिन उसके बाद संवेदक फरार हो गया। वहां फिर दूसरी एजेंसी काम कर रही है। प्रथम चरण में भी 10 स्कूलों में यह व्यवस्था लागू की गई थी। इस व्यवस्था के तहत शुद्ध पेयजल के अलावा शौचालय, किचन में भी नल का प्वाइंट लगाना है। यह सारा वर्क निजी एजेंसी के माध्यम से कराया जा रहा है। गढ़पुरा मिडिल स्कूल के प्रधान अशोक प्रसाद कर्ण ने बताया कि स्कूल के भवन की छत के ऊपर पानी टंकी लगा है। बच्चों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नल प्वाइंट भी लगे हुए हैं और बेसिन की भी व्यवस्था है। इसी तरह उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवरा मे मई महीने में सबमर्सिबल पेयजल की व्यवस्था शुरू हो गई। फिलहाल अभी प्रखंड के अधिकांश स्कूलों में इसकी व्यवस्था नहीं हो पाई है। इस संबंध में समग्र शिक्षा अभियान के जेई प्रमोद कुमार ने बताया कि इस योजना की जांच के लिए पटना से टीम गठित की गई है। पहले जांच पूरी हो जाएगी। उसके बाद ही शेष काम हो पाएगा। अब तक संवेदक को राशि भी नहीं दी गई है।

