बिहारशरीफ /अस्थावां, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में एचएम प्रोन्नति में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधान परिषद में एमएलसी रीना यादव के बाद अस्थावां विधायक डॉ. जितेन्द्र कुमार ने विधानसभा में मामले को उठाया। अस्थावां विधायक डॉ. जितेन्द्र कुमार ने विधानसभा में कहा कि शिक्षा निदेशक की रोक के बावजूद डीईओ राजकुमार व तत्कालीन स्थापना डीपीओ सुजीत कुमार ने बड़ी संख्या में शिक्षकों को एचएम पद पर पदस्थापन कैसे कर दिया। उन्होंने डीईओ व स्थापना डीपीओ पर विभागीय आदेश की अवहेलना करने की भी आवाज बुलंद की।
विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर एचएम प्रोन्नति मामले की जांच कराने का अनुरोध किया गया है। विधायक ने सदन में सवाल पूछा कि शिक्षा • निदेशक द्वारा राज्य के सभी राजकीय अथवा राजकीयकृत विद्यालयों में सभी शिक्षकों व कर्मियों का स्थानान्तरण व पदस्थापन तथा प्रतिनियुक्ति पर रोक लगा दी गयी है। इसके बावजूद डीईओ व स्थापना डीपीओ द्वारा विभागीय आदेश की अवहेलना करते हुए काफी शिक्षकों को कई प्रखंडों के विद्यालयों में एचएम के पद पर पदस्थापित किया गया। डीईओ व स्थापना डीपीओ द्वारा कि गयी कार्रवाई को रद्द करते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। क्या था मामला जिले के नध्य विद्यालयों में पदस्थापित स्नातकोत्तर व स्नातक योग्यताधारी स्नातक (प्रशिक्षित) योग्याताधारी 257 शिक्षकों को लोकसभा आचार संहिता लागू होने के ठीक एक दिन पहले 15 मार्च 2024 को अपने ही वेतनमान में एचएम के पद पर पूर्णकालिक
रूप से कार्य करने के लिए पदस्थापित किया गया था। पदस्थापना के बाद ही एचएम प्रोन्नति में गड़बड़ी होने का मामला सामने आने लगा था।