मधेपुरा, निज प्रतिनिधि। वीएनएमयू में अर्हता प्राप्त शिक्षकों की प्रोन्नति के नाम पर पांच सालों से सिर्फ कागजी घोड़ा ही दौराया जा रहा है। समय पर प्रोन्नति नहीं मिलने से अपनी सेवा काल में अपने ही वाजिव लाभ से वंचित हो रहे हैं शिक्षक। इतना ही नहीं प्रोन्नति के अभाव में सैकड़ों शिक्षकों को अन्य विश्वविद्यालयों में एक्सटर्नल, एक्सपर्ट, मोडरेटिंग, कॉपी मूल्यांकन सहित अन्य कार्यों से वंचित होना पर रहा है।
इससे उनको न सिर्फ पैसे की क्षति होती है बल्कि शिक्षकों को अपने अधिकार से वंचित होना पर रहा है। जिस कारण उनके शैक्षणिक करियर भी आगे नहीं बढ़ पाता है। शिक्षकों का प्रोमोशन समय पर नहीं होने से वीएनएमयू में शैक्षणिक और वोद्धिक विकास को आघात पहुंच रहा है। विवि में पांच सालों से प्रमोशन नहीं होने से शिक्षकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। तीन सौ से अधिक शिक्षक प्रमोशन की आस में बैठे हैं। शिक्षकों की सतत चलने वाली प्रक्रिया विवि प्रशासन द्वारा विगत पांच साल से नहीं हुआ है। बड़ी संख्या में अर्हता प्राप्त शिक्षक प्रमोशन की आस में हैं। अब प्रमोशन के लिए वीपीएससी से चयनित शिक्षक भी अर्हता प्राप्त कर चुके हैं कई पुराने शिक्षक एसोसिएट से प्रोफेसर के पद पर प्रमोशन के लिए अर्हता प्राप्त कर चुके हैं। कुलपति के रूप में योगदान लेने के साथ ही प्रो. बीएस झा ने शिक्षकों की लंबित प्रोन्नत मामले का जल्द निष्पादन करने का आश्वासन दिया था। निर्देश के बाद विवि प्रोन्नति कोषांग में हलचल भी बढ़ी लेकिन अब तक परिणाम कुछ नहीं दिख रहा है। प्रो. झा के कुलपति के पद पर योगदान के करीब सात महीने बीतने के बाद भी सेलेक्शन कमेटी की बैठक नहीं हुई। कुलाधिपति ने प्रमोशन प्रक्रिया अविलंब निबटाने का दिया था निर्देशः बीएनएमयू में इस साल 19 मार्च को विवि में आयोजित सीनेट की बैठक में राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने विवि में प्रमोशन की प्रक्रिया जल्द निबटाने का निर्देश दिया था। कुलाधिपति के निर्देश के बाद विवि द्वारा इस दिशा में जल्द पहल करने की उम्मीद जगी है। ज्ञात हो कि सतत चलने वाली प्रमोशन की प्रक्रिया विवि में पिछले पांच साल से लबित है। बीएन मंडल विश्वविद्यालय में इससे पहले 2019 में प्रमोशन हुआ था जिसमें करीब 150 शिक्षकों को प्रमोशन का लाभ मिला था। उस समय में बीएन मंडल विश्वविद्यालय और पूर्णिया विश्वविद्यालय के अधीन पड़ने वाले सभी महाविद्यालय के शिक्षक उसमें शामिल थे। विश्वविद्यालय के प्रमोशन सेल में दिए गए आवेदन पर प्री स्क्रीनिंग कर ली गयी है। विश्वविद्यालय का कहना है कि प्रमोशन का कार्य चल रहा है। फाइलों की जांच कार्य पूरा कर लिया गया है। जल्द ही इसके लिए बैठक आयोजित कर इसकी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।