बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में मध्य विद्यालयों में तैनात स्नातक व स्नातकोत्तर शिक्षकों को एचएम की कुर्सी पर तैनात कर दिया गया है। लेकिन, जिम्मेवार अधिकारी इसे प्रोन्नति मानने को तैयार नहीं है। एमएलसी रीना यादव ने विधान परिषद में पूरजोर तरीके से एचएम प्रोन्नति में गड़बड़ी का मामला उठाया था। सदन में शिक्षा मंत्री से गड़बड़ी मामले की जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने सदन में कहा पूछा था कि प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने 5 सिंतबर को पत्र जारी कर विद्यालय में में एचएम के रिक्त पदों पर कार्यरत स्नातक (प्रशिक्षित) कोटि के शिक्षकों की पदस्थापना 10 सितंबर तक तथा स्नातक प्रशिक्षित कोटि के रिक्त पद प्राधिकृत करने का आदेश दिया गया था। लेकिन, इस अवधि में प्रोन्नति कार्य नहीं किया गया। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने 11 नवंबर 2023 को राजकीयकृत विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मियों का स्थानांतरण/पदस्थापन/ प्रतिनियुक्ति पर रोक लगा दी थी। लेकिन, जिले के जिम्मेवार अधिकारियों द्वारा नियम का उल्लधन कर मार्च 2024 में शिक्षकों को एचएम के पद पर पदस्थापना कर दी गयी। गया था। काउंसलिंग की तारीख भी तय कर दी गयी थी।
लेकिन, तत्कालीन पदाधिकारी की लालफीताशाही के कारण बहाना बनाकर टाल-मटोल कर दिया गया। इसके बाद जब शिक्षकों डीईओ कार्यालय का घेराव कर हंगामा किया गया तो आश्वासन दिया गया।