बिहार में एक तरफा शिक्षा विभाग तो दूसरी ओर प्रशासन भी पढ़ाई को लेकर काफी सख्त है। सरकारी स्कूल का बुकमार्क लेने के लिए बिहार के एक जिले में शिक्षक-शिक्षिकाएं स्कूल में पहुंच गईं। जहां उन्होंने बच्चों से हिंदी के कुछ प्रश्न पूछे जिसका उन्होंने जवाब दिया में अशक्त रह रहा हूं। इसके बाद उन्होंने टीचर पर बड़ा एक्शन लिया।
द गॉडफादर, होटल। पुरालेख अवनीश कुमार सिंह ने शनिवार को शिक्षक की भूमिका में नजर डाली। सदर खंड की कुतलपुर पंचायत स्थित मध्य विद्यालय राम सिंह ट्रैवेलरी और शिक्षक की तरह के बच्चों से कई प्रश्न पूछें। बच्चों के क्लास रूम में उनके मन की बात को जाना। बच्चों के बीच बैठ कर बातें की।
क्लास रूम में टेबल रैक चौक उठा लिया और ब्लैकबोर्ड में गणित से संबंधित प्रश्न बच्चों से उत्तर मैजिक। कुछ बच्चों ने साज़ब के सवालों के जवाब भी दिए।
वहीं, हिंदी के सरल नमूनों का जवाब नहीं मिलने पर मास्टर साहब भड़क उठे और पढ़ाई की गुणवत्ता पर प्रश्न पूछे गए सहायक शिक्षक प्रकाश दास को निलंबित करने का ओम फटाफट निर्देश दिया।
टीचर ने दिया ये निर्देश
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विद्यालय के शिक्षक रामा शंकर कोकिल के असंतोषजनक कार्यशैली पर अभ्यार्थी मांगते हुए कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया। साथ में ही जानकारी ली, जहां रिकॉर्ड को प्रकाशित किया गया था कि वह निरीक्षण नहीं कर रहे हैं।
डॉक्टर्स ने भी सार्जेंट की मांंगने को कहा है। शिक्षकों ने कहा कि सरकारी स्कूल में पथाई पथन को बेहतर बनाने के लिए इस दिशा में लगातार प्रयास जारी है। किसी भी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कॉन्स्टेंटिव जिलों के विद्वानों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो सिलेंडर और प्राइम पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों के इस कार्रवाई से इंजीनियरों के स्टूडियो में तोड़फोड़ जारी है।