सारण के शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर की अध्यक्षता में रविवार को बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में प्रदेश नेता वंशीधर बृजवासी के बर्खास्तगी की तीखी आलोचना की गयी. समरेंद्र -ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान
की धारा 19 के तहत सभी को अपनी बात रखने का मौलिक अधिकार है. भारत का संविधान सभी को समान अधिकार देता है. केवल शिक्षक हित की बात करने पर बृजवासी को बर्खास्त किया गया है. यह सरासर उनके मौलिक अधिकार का हनन है. यह कदम अनुचित और असंवैधानिक है. शिक्षक नेता श्री सिंह ने मांग किया कि उनकी बर्खास्तगी को सरकार और विभाग फौरन वापस ले. उन्होंने कहा कि बृजवासी बिहार के एक होनहार और पठन-पाठन में रुचि लेने वाले शिक्षक हैं. उनकी बर्खास्तगी से प्रदेश
के शिक्षकों में काफी आक्रोश है. श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि वे स्वयं हस्तक्षेप कर बर्खास्तगी को वापस कराएं. मौके पर संजय यादव, हवलदार मांझी, रणजीत सिंह, निजाम अहमद, राहुल रंजन सिंह, अशोक यादव, एहसान अंसारी, अजीत पांडेय, निर्मल कुमार पांडेय, रमेश कुमार सिंह, जितेंद्र सिंह, रवि सिंह, स्वामीनाथ राय, अनुज राय, नरेंद्र राय, अनिल दास, पंकज प्रकाश सिंह, बंटी कुमार तिवारी, पवन राय, अमरिंदर सिंह, उपेंद्र राय, रविंद्र ठाकुर आदि उपस्थित