बिहारशरीफ, कार्यालय संवाददाता। इस्लामपुर प्रखंड में चयन हुए बिना ही बतौर शिक्षक 13 लोगों से चुनाव के साथ ही एग्जाम में ड्यूटी लगाने के भंडाफोड़ के बाद केवल जिला शिक्षा विभाग ही नहीं, बल्कि जिला प्रशासन तक सकते में आ गया है।
इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब इस्लामपुर विधायक राकेश रौशन ने विधानसभा में इससे संबंधित सवाल पूछा। इनकी करतूतों का पर्दाफाश करने के लिए डीईओ राज कुमार ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है। इस टीम में स्थापना डीपीओ आनंद शंकर, समग्र शिक्षा डीपीओ कविता कुमारी व इस्लामपुर बीईओ के प्रभार में रहे डीपीओ राजन गिरि को शामिल किया गया है। संबंधित अधिकारियों को डीईओ ने जांच करने को सात दिन का समय दिया है। इस निर्धारित समय में मामले की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है। बताया गया कि इन 13 लोगों से विधानसभा चुनाव-2020 व लोकसभा चुनाव-2019 में काम लिया गया था। अब पता लगाया जा रहा है कि कबसे इनलोगों के नाम इस्लामपुर शिक्षा विभाग में अंकित हैं। हिन्दुस्तान अखबार ने सबसे पहले 29 फरवरी 2022 को इस मामले का पर्दाफाश किया था। तब काफी हो-हल्ला मचा, लेकिन, जांच के नाम पर महज खानापूर्ति की गयी थी। एक, दो और तीन मार्च 2022 को लगातार तीन दिनों तक इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। आमजनों के साथ ही डीएम ने भी गंभीरता से लिया है।

