आलाधिकारी के चहेते शिक्षक को मिल सकता है राज्य पुरस्कार
अपने कार्यो को लेकर सुर्खियों में रहने वाला जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय इस बार राज्य पुरस्कार के लिए चयनित सूची में से दो शिक्षकों के नाम को भेजने को लेकर चर्चा में है। पुरस्कार के लिए शिक्षकों के कार्यों के मूल्यांकन के आधार पर नहीं, महकमा के आलाधिकारी अपने चहेते शिक्षक को पुरस्कार दिलाने के लिए बेताब नजर आए और इन सातों शिक्षकों में से दो शिक्षकों का नाम भी भेज दिए है। चर्चा ये भी है कि आलाधिकारी के चहेते शिक्षक को राज्य पुरस्कार मिल सकता है।
सूत्रों की मानें तो जिन दो शिक्षकों का नाम आलाधिकारी ने भेजा है उनके अगर कामकाज पर नजर डाली जाए तो पुरस्कार पाने के लिए जो मानक बनाया गया है उस पर दूर-दूर तक खरे नहीं उतर रहे है लेकिन वह आलाधिकारी के चेहेते है इसीलिए चयन समिति में आम सहमति बनाकर अपने चहेते शिक्षक को राज्य पुरस्कार के लिए नाम भेज दिया गया है। जब ऐसे शिक्षक
राज्य पुरस्कार से नवाजे जाएंगे तो अन्य शिक्षकों को अच्छे कार्य करने के लिए कैसे प्रेरणा मिलेगी? राज्य पुरस्कार के लिए जो मानक बनाए गए है अगर उस मानक के मुताबिक चयन कर शिक्षकों का नाम भेजा जाए तो इससे अन्य शिक्षक प्रेरणा लेकर अपने
सात में से दो शिक्षकों का नाम भेजा गया शासन को
कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान होकर बच्चों के भविष्य को संवारने में पीछे नहीं रहेंगे लेकिन इस महकमे में तो चहेतों और अपने करीबियों को लाभ दिलाने के लिए आलाधिकारी लीक से भी हटकर कार्य करने में संकोच करते नहीं नजर आ रहे है।
वैसे भी यह महकमा अपने कार्यों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है इसीलिए अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों का मनोबल दिनप्रतिदिन टूटता जा रहा है। कुछ शिक्षक तो ऐसे है वह लगन से पठन पाठन करने के साथ साथ अपने विद्यालय की साज सज्जा भी अच्छे
ढंग से किए है। ऐसे शिक्षकों का नाम चयन सूची में होने के बाद भी न भेजने की चर्चा है जबकि राज्य पुरस्कार के लिए उस शिक्षक का सर्वश्रेष्ठ अभिलेख होना चाहिए।
जिन सात शिक्षकों ने राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन किया था उसमें राजू कम्पोजिट विद्यालय भरतपुर सिकरारा, संजय कुमार मिश्रा कम्पोजिट विद्यालय गरियाव मुंगराबादशाहपुर, राजेश कुमार प्रधानाध्यापक कम्पोजिट विद्यालय उमरी मुफ्तीगंज, डॉ. अखिलेश सिंह रसूलपुर सिरकोनी, राजभारत मिश्रा बदलापुर, दुष्यंत मिश्रा कम्पोजिट विद्यालय डीहअशरफाबाद सुइथाकलां, उमाशंकर यादव समसपुर मुंगराबादशाहपुर शामिल है।
इस संबंध में बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि चयन समिति से नाम चयनित करके दो शिक्षकों का नाम राज्य पुरस्कार के लिए शासन को भेज दिया गया है। अब शासन के ऊपर है कि वह किस शिक्षक को इस पुरस्कार से नवाजता है। हालांकि जिन शिक्षकों का नाम उन्होंने भेजा है उसे बताने से इंकार कर दिया।