समस्त निगरानी सिर्फ अध्यापकों की होनी है, बाकी बेसिक के कर्मचारियों है यह हाल, देखें मीडिया रिपोर्ट
आगरा, वरिष्ठ संवाददाता । आगरा में बेसिक शिक्षा विभाग दोहरी नीति पर कार्य कर रहा है। विभाग ने शिक्षकों पर तो स्कूलों में पहुंचने के समय पालन दबाव बना रखा और लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के बाबू और कर्मचारी बेलगाम हैं।
हालात यह हैं कि बाह जैसे इलाकों में शिक्षक सुबह आठ बजे 80 किलोमीटर दूर स्कूल में उपस्थिति दर्ज करा रहा है। जबकि, नगर क्षेत्र, मुख्यालय और सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में बाबू दोपहर 12 बजे तक गायब रहते हैं। कार्यालय में कुर्सियां खाली पड़ी रहती हैं। फरियादी दिन भर इन्हें खोजते हैं। एक दूसरे से नंबर लेकर कॉल करते हैं। इसके बाद वे टहलते हुए घंटे दो घंटे में पहुंचते हैं। यहां प्रशासनिक रवैया भी ऐसा है कि बायोमैट्रिक मशीन होने के बाद भी उपस्थिति की व्यवस्था ऑफलाइन हैं। एक रजिस्टर पर हाजिरी के नाम पर काला-पीला हो रहा है। जिम्मेदार आंखें मूंद के बैठे हैं। विभाग के दफ्तर में फरियादी आते हैं तो कोई नहीं मिलता। पूछने पर यह भी पता नहीं चलता है कि आखिर कब तक कर्मचारी दफ्तर आ जाएंगे। मनमानी की हद तो तब हो जाती है कि कई बार कर्मचारी आते ही नही.
समय: 11.20 बजे स्थान : सर्व शिक्षा अभियान
दृश्यः कार्यालय में प्रवेश करते ही सन्नाटे जैसे ही स्थिति थी। यहां बने कमरों में इक्का-दुक्का कर्मचारी थे। डीसी का कमरा खाली था। लेखा विभाग के कर्मचारी बैठे हुए थे। 11.20 बजे की स्थिति पूरे माहौल का बखान कर रही थी। फरियादियों से कहा जा रहा था कि बाबू डायट वाले बीएसए कार्यालय में मिलेंगे।
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