लखनऊः उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के 60244 पदों के लिए शुक्रवार से लिखित परीक्षा शुरू हो रही है, जिसको लेकर पूरा सरकारी अमला अलर्ट पर है. पेपर लीक को लेकर करीब 15 हजार संदिग्धों के फोन सर्विलांस पर रखे गए हैं. साथ ही पुलिस ने भर्ती परीक्षा से पहले कई संदिग्धों को हिरासत में भी ले लिया है. गोरखपुर के बांसगांव की एक महिला सिपाही समेत चार लोग हिरासत में हैं. हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल से पांच अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले थे. हिरासत में लिए गए लोगों में नई दिल्ली का एक युवक भी शामिल है.
बता दें कि इस बीच जालसाजी करने वाले ठग भी सक्रिय हो गए हैं. जालसाज सोशल मीडिया पर हर कीमत पर पेपर मुहिया करवाने का दावा कर अभ्यर्थियों को क्यूआर कोड भेजकर रकम ट्रांसफर करने की बात कह रहे हैं. मामला सामने आने के बाद यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की तरफ से लखनऊ के हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. एफआईआर में समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे यासर शाह को भी आरोपी बनाया गया हैं. हालांकि पुलिस की तरफ से अभ्यर्थियों से अपील की है कि कजिसि भी तरह के झांसे में न आएं.
फर्जी पेपर भेज कर रकम वसूलने की कोशिश में शोएब नबी सोफी ,हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल और सिद्धार्थ कुमार गुप्ता की यूपीआई आईडी शामिल हैं. डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म का भी क्यूआर कोड शेयर किया गया है. अब बैंक डिटेल के जरिए पुलिस इन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. मामले के खुलासे में साइबर सेल और एसटीएफ भी लगाई गई है. बता दें कि भर्ती के डीजी राजीव कृष्णा ने अपील की है कि अभ्यर्थी किसी भी तरह एक झांसे में न आएं. पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए सुरक्षा की अभेद्य व्यवस्था की गई है.
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