निलंबन से किया बहाल फिर भी जांच के नाम पर बवाल, अधिकारी ले संज्ञान निष्पक्ष हो जांच
सुलतानपुर - मुख्य विकास अधिकारी सुलतानपुर द्वारा शिक्षक राज कुमार तिवारी के
प्रार्थनापत्र पर उनके निलंबन के मामले का संज्ञान लेकर 14 जून को बीएसए को पत्र भेजकर राज कुमार तिवारी निलंबित इंचार्ज प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय बालमपुर विकास खंड भदैया के निलंबन प्रकरण के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करते हुए प्रकरण निस्तारित कराते हुए आख्या उपलब्ध कराने हेतु बीएसए को निर्देशित किया गया था। इसके क्रम में बीएसए द्वारा अपने 16 जुलाई के पत्र के द्वारा मुख्य विकास अधिकारी, जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी, भू राजस्व को स्पष्ट रूप से अवगत कराया गया कि राज कुमार तिवारी को उनके प्रार्थनापत्र पर सहानुभूति पूर्वक सम्यक विचार करते हुए निलंबन से बहाल कर दिया गया है। बीएसए के उस पत्र में किसी जांच का कोई जिक्र नहीं है। परंतु मामले को निस्तारित करने के पखवाड़े भर के बाद पुनः 1 अगस्त को बीएसए द्वारा नया पत्र जारी करके उसी निलंबन के मामले में 2 अगस्त और 5 अगस्त को राज कुमार तिवारी को जांच के नाम पर व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बीएसए कार्यालय में बुलाया गया और उनसे लिखित बयान शपथपत्र के माध्यम से लिया गया जिसमें उन्होंने अपने विरुद्ध की गई जांच आख्या सहित साक्ष्यों और शिकायतों की भी मांग किया है। पखवाड़े भर के बाद भी न तो उन्हें उनके द्वारा मांगे गए पत्रजात उन्हें दिए गए और न ही किसी कृत कार्यवाही से ही उन्हें अवगत कराया गया। उक्त दोहरे विभागीय रवैया से त्रस्त होकर शिक्षक राज कुमार तिवारी ने जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से मिलकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच गैर विभाग से कराए जाने की मांग किया है।

