सुल्तानपुर। परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता को सुधारने और मॉनीटरिंग करने के लिए नियुक्त एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) का कार्यकाल मार्च में समाप्त हो रहा है। इनके चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बीएसए ने समिति का गठन कर मार्च के अंतिम सप्ताह तक चयन पूरा करने का निर्देश दिया है। एक अप्रैल से नए एआरपी कार्य करेंगे। अभी जिले में 75 के सापेक्ष 61 एआरपी कार्यरत हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद ने परिषदीय स्कूलों को निपुण बनाने के लिये वर्ष 2020 में एआरपी तैनात किए गए थे। यह एआरपी शिक्षक होते हैं। जोकि अपने-अपने ब्लाॅक के विद्यालयों को निपुण बनाते हैं। प्रत्येक वर्ष एआरपी का चयन प्रदर्शन के आधार पर जिला चयन समिति तय करेगी। समिति के अनुमोदन पर ही इनका नवीनीकरण होगा। इनका कार्यकाल तीन वर्ष पूरे होने पर नए सिरे से एआरपी का चयन होगा। पूर्व में एआरपी रह चुके शिक्षक दोबारा इस पद के लिए अर्ह नहीं होंगे।
14 ब्लॉकों में 61 एआरपी कार्यरत
जिले में 14 ब्लाॅक व एक नगर संसाधन केंद्र पर कुल 75 एआरपी का पद है। प्रत्येक ब्लाॅक में पांच विषयवार हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व अंग्रेजी के एआरपी का चयन होता है। मौजूदा समय में 61 एआरपी ही तैनात है। नगर के लिए एक भी एआरपी नहीं मिले थे। महीने में 30 और एक दिन में अधिकतम दो विद्यालयों का निरीक्षण एआरपी को करना होता है। इन्हें 2500 रुपये प्रति माह अतिरिक्त मानदेय भी मिलता है।
समिति का हो गया गठन
बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि चयन समिति में सीडीओ अध्यक्ष, बीएसए सचिव, डायट प्राचार्य, डीसी ट्रेनिंग व जिले के वरिष्ठ खंड शिक्षाधिकारी को सदस्य बनाया गया है। जल्द ही बीईओ के माध्यम से आवेदन लिए जाएंगे। परीक्षा और माइक्रो टीचिंग के आधार पर चयन किया जाएगा। नए एआरपी एक अप्रैल से कार्य करेंगे।

