शिक्षामित्रों ने की मानदेय वृद्धि की मांग
उत्तर प्रदेश
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ जनपद बिजनौर की आवश्यक बैठक कार्यालय जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के प्रांगण में सम्पन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए संघ के प्रभारी पश्चिम उत्तर प्रदेश सुचित मलिक ने कहा कि प्रदेश के शिक्षामित्रों के साथ राज्य सरकार खिलवाड़ कर रही है। कभी मानदेय बढ़ने की खबरें 'अखबारों और सोशल मीडिया पर तेजी से प्रचारित की जाती हैं, कभी सरकार के विधायक सांसद/ मंत्री जनता कार्यक्रमों में मानदेय दो गुना से अधिक करने की बात कह देते हैं। यहां तक कि गांव समाज में यह भी कहा जा रहा है कि शिक्षामित्रों को बढ़ा हुआ मानदेय मिलना शुरू हो गया है, शिक्षामित्रों की चांदी ही चांदी हो रही है। जबकि सच्चाई इसके बिल्कुल विपरित है आज भी
शिक्षामित्रों को मानदेय के रूप में मात्र दस हजार रूपए प्रतिमाह मिल रहे हैं जिससे उनका परिवार आर्थिक रूप से पिछड़ता जा रहा है। मात्र दस हजार रूपए में परिवार चलाना मुश्किल ही नहीं ना मुमकिन है। शिक्षामित्र एक एक कर
आर्थिक, मानसिक और सामाजिक तंगी से बीमार होकर दम तोड़ते जा रहे हैं। सुचित मलिक ने कहा कि यदि शीघ्र ही सरकार ने मानदेय वृद्धि का शासनादेश जारी नहीं किया तो संगठन प्रदेश व्यापी आंदोलन करने को मजबूर होगा।