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Saturday, March 29, 2025

कैंसर, हार्ट अटैक का रोग बढ़ा रहा कचौरी और समोसे का काला तेल

 कैंसर, हार्ट अटैक का रोग बढ़ा रहा कचौरी और समोसे का काला तेल

उदयपुर अगर आप होटल, रेस्टोरेस्ट या बड़ी पर बनी कचौरी, समोसे या तली हुई चीजे ज्यादा खा रहे है तो सावधान हो जाइए। दुकानदार एक ही तरह के जले हुए काले तेल में आपको ये बार-बार तलकर खिलाते हुए बीमारियां दे रहे हैं। इस काले तेल से बनी चीजों से लगातार हार्ट अटैक, नसों में ब्लॉकेज, लकवा, केसर व पेट संबंधी बीमारियां हो रही है तो इम्युनिटी घटती जा रही है। आरएनटी के एमबी चिकित्सालय में प्रतिदिन ऐसे 400 से 500 मरीज आ रहे है जो कोलेस्ट्रॉल, बीपी, हार्ट की बीमारी से ग्रसित है। हर चौथे पांचवें मरीज को तो फैटी लीवर हो रहा है।



चिकित्सा विभाग ने इसके पीछे के कारणों में तली-भुनी चीजों के ज्यादा सेवन के साथ ही होटल, रेस्टोरेंट व थड़ी पर बिकने वाली कचौरी, समीसे व पकोड़े खाना बताया है। चिकित्सकों का कहना है कि एक ही तेल को गर्म कर बार-बार उसमें खाने की चीजों को तला जा रहा है। गाढ़ा काला तेल होने के बावजूद उसे बदला नहीं जा रहा है, उसमें भी उल्टा नया तेल डालकर बीमारियां दे रहे हैं।

क्या कहते हैं चिकित्सक, कितनी फैल रही बीमारियां


• चिकित्सकों के अनुसार बार-बार एक ही तेल उपयोग में लेते हैं तो उसमें फ्री रेडिकल्स बनने लगते हैं, जो आगे चलकर कैंसर, स्ट्रॉक और अल्जाइमर जैसी घातक बीमारियों को बुलावा देते हैं।


• तेल को बार-बार गर्म करने से उसकी खुशबू के साथ-साथ उसका प्रभाव भी खत्म हो जाता है. जिसकी वजह से तेल में फेट जमने लगता है और तेल का रंग काला पड़ जाता है। इसी जले हुए तेल में बना खाना खाते हैं तो यह फैट खाने में चिपककर सेहत को नकसान पहुंचाता है। यह तेल  मबी में प्रतिदिन 400 से 500 मरीज कोलेस्ट्रॉल, बीपी, हार्ट व कैंसर के आ रहे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देता है। फैट से मोटापा बढ़ने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।


• जले हुए तेल में खाना बनाते हैं तो विषैले तत्य रसायन बनने लगते हैं, जो पेट में जाने के बाद गैस बनाते हैं। इसके कारण अपच और पेट दर्द जैसी समस्या भी होती है।


• बार-बार गर्म किया हुआ तेल या फिर बचा हुआ तेल कैंसर की संभावना को बढ़ता है। यह पेट, गॉल ब्लेडर, लीवर कैंसर दे सकता है। इसके कारण अल्जाइमर, एसिडिटी और अन्य


गंभीर बीमारियां होती है।


• तेल काला पड़ता है तो यह शरीर में लो डेसिटी लीपोप्रोटीन यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।


• जले हुए तेल को खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ये ब्लड को गाढ़ा बना देता है। सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ये नलियों को चौंक कर देता है।


• फ्री रेडिकल्स के निर्माण से तेल में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा खत्म होने लगती है, जो स्किन रोगों का कारण है


ओपी. मीणा,


वरिष्ठ चिकित्सक मेडिसीन विभाग


एमबी में प्रतिदिन 400 से 500 मरीज कोलेस्ट्रॉल, बीपी, हार्ट व कैंसर के आ रहे


क्या कहते हैं चिकित्सक, कितनी फैल रही बीमारियां


शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देता है। फैट से मोटापा बढ़ने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।


• जले हुए तेल में खाना बनाते हैं तो विषैले तत्य रसायन बनने लगते हैं, जो पेट में जाने के बाद गैस बनाते हैं। इसके कारण अपच और पेट दर्द जैसी समस्या भी होती है।


• बार-बार गर्म किया हुआ तेल या फिर बचा हुआ तेल कैंसर की संभावना को बढ़ता है। यह पेट, गॉल ब्लेडर, लीवर कैंसर दे सकता है। इसके कारण अल्जाइमर, एसिडिटी और अन्य


गंभीर बीमारियां होती है।


• तेल काला पड़ता है तो यह शरीर में लो डेसिटी लीपोप्रोटीन यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।


• जले हुए तेल को खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ये ब्लड को गाढ़ा बना देता है। सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ये नलियों को चौंक कर देता है।


• फ्री रेडिकल्स के निर्माण से तेल में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा खत्म होने लगती है, जो स्किन रोगों का कारण है।

एक ही तेल को बार-बार गर्म करने से जलता है। काले व जले हुए तेल में बनाई गई खाद्य सामग्री कई तरह की बीमारियां फैलाती है। इससे हार्ट अटैक, नसों के ब्लॉकेज, लकवा तक होता है। इसी जले हुए तेल में बना खाना खाते हैं तो यह फैट खाने में चिपककर सेहत को नुकसान पहुंचाता है। यह तेल शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देता है। फेट से मोटापा बढ़ने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। प्रतिदिन इन बीमारियों से ग्रसित रोगी नियमित रूप से अस्पताल पहुंच रहे हैं। लोग अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें, बाहर की बनी चीजों से खाने से बचें, हो सके तो घर की बनी चीजें ज्यादा खाएं।

पत्रिका ने की पड़ताल, सभी जगह मिला काला गाढ़ा तेल


राजस्थान पत्रिका की टीम ने शहर में अलग-अलग जगह प्रमुख रेस्टोरेंट होटल व थड़ी पर जाकर देखा तो बहुत चौकाने वाले हालात मिले। यूनिवरर्सिटी मार्ग पर एक नाश्ता सेन्टर पर ज्यादा ग्राहक व माल का उठाय था, वहां सर्वाधिक गड़बड़ी थी। गाई काले तेल में समोसे तले जा रहे थे। एक रेस्टोरेंट में तो कढ़ाई में पुराने रखे तेल से शुरुआत कर उसे डिब्बे में भी भरा और काला तेल डालकर कचौरियां तली गई। पुलिस लाइन व माली कॉलोनी क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य के दौरान उड़ रही धूल मिट्टी के बीच गर्मागर्म समोसे, आलूबड़े तले जा रहे थे और लोग खाने का लुत्फ उठा रहे थे। वहां सभी सामान खुला पड़ा था। चेतक पर लगी थड़ियों के तो बुरे हाल थे। कचौरी, समोसे के साथ ही पूडियां तली जा रही थी। काले तेल को वे बार-बार गर्म करके उपयोग में ले रहे थे। गुलाबबाग रोड पर तो एक बड़ी पर ऐसे हालत थे, जहां पर पहले ही अधपके पकोड़े, आलूबड़े रखे थे, ग्राहक आने पर बार-बार काले तेल को गर्म कर उन्हें वापस तलकर परोसा जा रहा था।


कैंसर, हार्ट अटैक का रोग बढ़ा रहा कचौरी और समोसे का काला तेल Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Huebhdhdj

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