सहायक प्रोफेसर भर्ती में फर्जी पेपर से वसूली,तीन गिरफ्तार: परीक्षा का फर्जी प्रश्नपत्र देकर एक करोड़ वसूले
परीक्षा का फर्जी प्रश्नपत्र देकर एक करोड़ वसूले
● सहायक प्रोफेसर, आयोग कर्मचारी, अनुदेशक दबोचे
लखनऊ, । एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग की सहायक प्रोफेसर परीक्षा का फर्जी प्रश्नपत्र बनाकर अभ्यर्थियों से करीब एक करोड़ रुपये हड़पने वाले दो भाइयों समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
इनमें गोण्डा के लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज के राजनीतिक शास्त्र का सहायक प्रोफेसर बैजनाथ पाल, अनुदेशक विनय पाल, आयोग के संविदा कर्मचारी महबूब अली हैं। तीनों आरोपित अयोध्या के हैं। इनके पास 12 लाख रुपये, एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन्होंने करीब एक दर्जन लोगों से वसूली कर रखी थी। एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह के मुताबिक पकड़े गए आरोपितों में अयोध्या के राघवपुर निवासी बैजनाथ पाल और विनय कुमार पाल सगे भाई हैं। महबूब अली अयोध्या के मोतनीनगर पूरा कलंदर का है। एसटीएफ को इस बीच लगातार सूचना मिल रही थी कि शिक्षा माफिया उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर ही एसटीएफ ने इस मामले में जांच शुरू कर दी थी।