इस बार निरक्षरों का सर्वे करेंगे शिक्षामित्र
औरैया। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को राहत देते हुए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सर्वे का काम इस बार शिक्षामित्रों के माध्यम से कराया जाएगा। घर-घर दस्तक देकर शिक्षामित्र असाक्षरों को चिह्नित करेंगे। इसे लेकर शासन से जारी हुए निर्देश के बाद बीएसए ने ब्लॉक स्तर पर जिम्मेदारी बांटने का काम सौंप दिया है।
नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15 साल से ज्यादा आयु के असाक्षरों को चिह्नित करने का अभियान चलाया जाना है। यह काम परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के द्वारा किया जाना है। लेकिन अब इसमें शासन स्तर से बदलाव किया गया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी की ओर से जारी हुए निर्देश के तहत अब यह काम शिक्षामित्रों से कराया जाएगा। शिक्षामित्र के अपनी तैनाती स्थल वाले गांवों में घर-घर दस्तक देंगे। असाक्षरों को चिह्नित करते हुए उनका ब्योरा जुटाएंगे। साथ ही वो इसकी रिपोर्ट अपने प्रधानाध्यापक को सौंपेंगे। विभागीय जानकारों की माने तो अर्द्धवार्षिक परीक्षा व विशेष वृहद पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर शासन ने इस अभियान का रोडमैप बदला है। बीएसए संजीव कुमार ने बताया कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के सर्वे को लेकर इस बार शिक्षामित्रों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसके लिए बीईओ को निर्देश जारी हो चुके हैं।
हर साल शिक्षकों के जरिए असाक्षरों का सर्वे कराया जाता है। लेकिन इस बार यह काम शिक्षामित्रों के जरिए कराया जाना है। इस सर्वे को एप के जरिए किया जाता है। ऐसे में सर्वे की बारीकी समझाने के लिए शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण दिसंबर के पहले सप्ताह में कराया जाएगा।

