बीईओ भर्ती परीक्षा पर कोरोना वायरस का साया,22 मार्च को प्रस्तावित बीईओ भर्ती परीक्षा में 5 लाख से अधिक है अभ्यर्थी
उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में 22 मार्च को होने वाली खंड शिक्षा अधिकारी भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा पर भी कोरोनावायरस का संकट मंडरा रहा है| इस परीक्षा में प्रदेश भर के 5 लाख से अधिक विद्यार्थी 18 जिलों के परीक्षा केंद्र में पहुंचेंगे।
वही कोरोनावायरस के मद्देनजर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय महाविद्यालय स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है, ताकि एक जगह भीड़ इकट्ठी ना हो पाए। 1000 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने प्रमुख सचिव एवं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष को ईमेल लिखकर परीक्षा के आयोजन को लेकर जल्द निर्णय लेने को कहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी की परीक्षा 22 मार्च को होनी है जिसमें 309 पद है। कोरोना वायरस के कारण सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है जिनमें से अधिकांश खंड शिक्षा अधिकारी भर्ती के परीक्षा केंद्र भी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है, तथा इतने ज्यादा परीक्षा केंद्रों को sanitize करना संभव नहीं है।परीक्षा केंद्र भी अलग-अलग जिलों में है ऐसे में परीक्षा के लिए 500000 अभ्यर्थी एक ही दिन ट्रेन बसों से यात्रा करके आएंगे।
अभ्यर्थियों कि इतनी बड़ी संख्या में भीड़ को संक्रमण से बचाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। अभ्यर्थियों की मांगे कि 22 मार्च को प्रस्तावित परीक्षा पर तत्काल कोई निर्णय लिया जाए।
वही कोरोनावायरस के मद्देनजर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय महाविद्यालय स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है, ताकि एक जगह भीड़ इकट्ठी ना हो पाए। 1000 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने प्रमुख सचिव एवं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष को ईमेल लिखकर परीक्षा के आयोजन को लेकर जल्द निर्णय लेने को कहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी की परीक्षा 22 मार्च को होनी है जिसमें 309 पद है। कोरोना वायरस के कारण सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है जिनमें से अधिकांश खंड शिक्षा अधिकारी भर्ती के परीक्षा केंद्र भी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है, तथा इतने ज्यादा परीक्षा केंद्रों को sanitize करना संभव नहीं है।परीक्षा केंद्र भी अलग-अलग जिलों में है ऐसे में परीक्षा के लिए 500000 अभ्यर्थी एक ही दिन ट्रेन बसों से यात्रा करके आएंगे।
अभ्यर्थियों कि इतनी बड़ी संख्या में भीड़ को संक्रमण से बचाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। अभ्यर्थियों की मांगे कि 22 मार्च को प्रस्तावित परीक्षा पर तत्काल कोई निर्णय लिया जाए।
एसएससी परीक्षा में बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर उठे सवाल
कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए सोमवार को आयोग निर्णय लेगा की बायोमैट्रिक अटेंडेंस के अलावा और क्या विकल्प है ऑनलाइन परीक्षा शिफ्ट में होंगी ऐसे में परीक्षा केंद्र पर एक साथ भीड़ नहीं बढ़ेगी। आपको बता दें कि कर्मचारी चयन आयोग की हायर सेकेंडरी लेवल सीएचएसएल की परीक्षा 17 मार्च से शुरू हो रही है तथा परीक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं तथा अभ्यर्थियों की मांग है कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ा दी जाए। इस परीक्षा में देश भर के 41 लाख परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं सबसे अधिक 26 केंद्र पटना 14 केंद्र लखनऊ ,11 केंद्र वाराणसी एवं 8 केंद्र प्रयागराज में बनाए गए हैं।
- कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 22 मार्च तक की कक्षाएं स्थगित कर दी गई है लेकिन महिला एवं पुरुष हॉस्टल में बचाव के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं कुलपति को ज्ञापन देकर मांग की गई है कि हॉस्टलों में sanitize कराया जाए तथा हॉस्टलों में अधिक संख्या में हैंड वॉश लगवाए जाएं।
इग्नू सहायता केंद्र की सेवाएं 31 तक बंद कर दी गई हैं
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए कड़े कदम उठाते हुए इग्नू शिक्षार्थी सहायक इन इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में शिक्षार्थी सहायक गतिविधियों और परामर्श कक्षाओं को 31 मार्च तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।

