बदायूं। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी व पेंशनर अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं ने राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संरक्षक के नेतृत्व में सरकारी कॉलेजों और कार्यालयों में जनसंपर्क किया। वहीं 28 अक्तूबर को मालवीय शिक्षक आवास पर होने वाले एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन में पहुंचने का आह्वान किया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संरक्षक पीपी पांडे ने कहा कि सरकार की नीतियां व फैसले कर्मचारी और शिक्षक विरोधी हैं। कोरोना काल में सरकार का रवैया दमनकारी रहा। कर्मचारियों और शिक्षकों की आवाज को दबाने के लिए योगी सरकार ने एस्मा लगाया जो अब तक लगा हुआ है। राष्ट्रीय पेंशन अधिकार आंदोलन के प्रवक्ता अनिल कुमार यादव ने कहा कि अधिकार मंच पुरानी पेंशन बहाली और अन्य लंबित मांगों को लेकर आंदोलनरत है।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री सूरज मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र में संख्या बल बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए अधिक से अधिक कर्मचारी और शिक्षक धरने में पहुंचे राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला उपाध्यक्ष गौरव यादव ने कहा कि कर्मचारियों और शिक्षकों की एकजुटता हमें जीत दिला सकती है। डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के जिलाध्यक्ष इंजीनियर आरएन यादव ने सभी से 28 अक्तूबर को समय से धरना स्थल पर पहुंचने का आहवान किया संवाद
